-किस विभाग से इस खर्च की अनुमति ली गई और क्या इसका टेंडर निकाला गयाः विजेंद्र गुप्ता’
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने ‘आम’ आदमी पार्टी के ‘खास’ मुखिया अरविंद केजरीवाल के शीश महल पर खर्च किए गए करोड़ों रुपए की जांच सीवीसी से करवाने की मांग की । उन्होंने केजरीवाल की सादगी पर हैरानी जताते हुए कहा कि अपने आप को कट्टर ईमानदार कहने वाले केजरीवाल ने अपने शीश महल के बाथरूम पर जनता की खून पसीने की कमाई के 15 करोड़ रुपए खर्च कर दिए, 5.30 करोड़ रुपए के पर्दे लगवा लिए, ऑटोमेटिक खिड़कियों पर 70 लाख रुपये और 16 टीवी पर 64 लाख रुपये खर्च दिए । उन्होंने कहा कि यह कैसा आम आदमी है जो दिल्ली की जनता के पैसों को अपना पैसा समझता है और बेदर्दी से करोड़ों रुप्रये खर्च कर देता है। गुप्ता ने सवाल उठाते हुए पूछा कि इतना बड़ा खर्च करने के लिए किससे अनुमति ली गई। क्या किसी सक्षम प्राधिकारी या विभाग से इसकी अप्रूवल ली गई। यदि ली गई तो उसकी सारी जानकारी सार्वजनिक की जाए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इतना बड़ा खर्च करने से पहले संबंधित विभागों से अप्रूवल ली जाती है और फिर इस खर्च को वित्त विभाग से फाइनल मंजूरी मिलने के बाद टेंडर निकाला जाता है। टेंडर प्रक्रिया को पूरा करने के लिए ‘टेंडर कमेटी’ होती है, उसमें कौन-कौन से मेंबर थे और उस कमेटी की मीटिंग कब हुई इन सब पूरी प्रक्रियाओं की जानकारी जनता के सामने आनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमने पिछले सप्ताह केजरीवाल के शीश महल पर अवैध निर्माण की जांच के लिए केंद्रीय सतर्कता आयोग को पत्र लिखा था और उसी कड़ी में आज हमने शीश महल की साथ सजा पर खर्च किये गए करोड़ों रुपए की जांच भी सीवीसी से करवाने की मांग की है।
गुप्ता ने कहा कि कभी शीला दीक्षित के घर पर लगे 10 एसी पर सवाल उठाने वाले केजरीवाल ने अपने शीश महल में ही 30 एसी लगवा लिए। शीला दीक्षित के सचिवालय को पूरा वातानुकूलित बनाने पर आपत्ति जताने वाले ‘आम’ केजरीवाल ने अकेले अपने ही मुख्यमंत्री कार्यालय की साज सज्जा पर 87 करोड़ रुपए खर्च कर दिये। गुप्ता ने सवाल किया कि यह कैसा ‘आम’ आदमी है जो एक तरफ तो पूरी दुनिया में अपने सीने पर कट्टर ईमानदारी का तमगा लगाये घूम रहा है और दूसरी तरफ अपने ही ऐशो आराम पर करोड़ों रुपए सरकारी खजाने से लूट रहा है।