मेयर पद के लिए BJP-AAP पार्षदों ने किया नामांकन… AAP नेतृत्व पर भारी पड़े ‘दागी’ विधायक, रोका प्रेम चौहान का रास्ता!

-‘भारी मशक्कत’ और कई बैठकों के दौर के बाद उम्मीदवारों के नाम तय कर पाये बीजेपी नेता

जतन किशोर शुक्ला/ नई दिल्लीः 18 अप्रैल।
दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर पदों के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से गुरूवार को नामांकन पत्र दखिल कर दिये गये। आप की ओर से मेयर के पद के लिए देव नगर वार्ड से महेश खींची ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किया, जबकि डिप्टी मेयर पद के लिए रविंदर भारद्वाज ने अपना पर्चा दाखिल किया है। बीजेपी की ओर से शकूरपुर वार्ड से निगम पार्षद किशन लाल और सादतपुर वार्ड से नीता बिष्ट ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किये हैं। खास बात यह है कि आप के एक दागी विधायक ने अपनी ही पार्टी के एक निगम पार्षद का रास्ता रोक दिया है।
आम आदमी पार्टी ने तो फिर भी सुबह 10 बजे अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी, परंतु अपने उम्मीदवारों के नाम तय करने में बीजेपी नेताओं के पसीने छूट गये। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब से पहले मेयर व डिप्टी मेयर के उम्मीदवारों की घोषण दिल्ली प्रदेश की ओर से की जाती थी, परंतु इस बार यह जिम्मेदारी नगर निगम में प्रतिपक्ष के नेता राजा इकबाल सिंह को सोंप दी गई।
राजा इकबाल सिंह ने भी उम्मीदवारों के नामों पर अपने निगम पार्षदों और पार्टी नेतृत्व के साथ इतनी ज्यादा गंभीर चर्चा की कि सादतपुर वार्ड से सिविल सेंटर अपना लेपटॉप लेने के लिए आईं नीता बिष्ट को डिप्टी मेयर पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए कह दिया जबकि किसी अन्य कार्य के लिए सिविक सेंटर पहुंचे शकूरपुर वार्ड से किशनलाल को कहा गया कि वह मेयर के चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करें। बीजेपी की ओर से अपने अपने नामांकन पत्र दाखिल करने वाले निगम पार्षदों ने बताया कि सिविक सेंटर आने तक उन्हें यह नहीं मालूम था कि उन्हें ही मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने हैं।
आप नेतृत्व पर भारी ‘दागी’ विधायक
आम आदमी पार्टी से जु़ड़े सूत्र बताते हैं कि दक्षिण पुरी से से दो बार के निगम पार्षद प्रेम चौहान का नाम इस बार मेयर पद के लिए लगभग तय था। परंतु पार्टी के ही विधायक प्रकाश जारवाल ने उनका रास्ता रोक दिया। प्रकाश जारवाल अपनी पत्नी ज्योति जारवाल को मेयर बनाना चाहते थे। बताया जा रहा है कि प्रकाश जारवाल के ऊपर एक डॉक्टर की खुदकुशी के मामले में आरोप सिद्ध हो गये हैं और उन्हें जेल जाना पड़ेगा। ऐसे में यदि प्रेम चौहान मेयर बन जाते तो उनकी छवि और रूतबा बढ़ जाता। ऐसे में स्वाभाविक रूप से प्रेम चौहान इसी विधानसभा सीट से विधायक पद के दावेदार हो जाते। ऐसे में पार्टी नेतृत्व ने तीसरे विकल्प के रूप में महेश खींची को मेयर के चुनावी मैदान में उतार दिया है।
मेयर के चुनाव में नॉमिनेशन से कांग्रेस की दूरी
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। परंतु मेयर के चुनाव में नामांकन पत्र दाखिल करते समय कांग्रेस की ओर से कोई भी निगम पार्षद या कांग्रेस दल का नेता मौजूद नहीं था। इसके बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं में पार्टी में टूट और कांग्रेस के विरोध का भय बना हुआ है। इस बार कांग्रेस की ओर से भी मेयर के चुनाव को लेकर कोई बयान नहीं आया है। अब देखना यह है कि शुक्रवार को मेयर के चुनाव का ऊंट किस करवट बैठता है।