-24 अप्रैल को होगी गुरू और शुक्र देव की युति
आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्लीः 18 अप्रैल।
ज्योतिष शास्त्र में दो ग्रहों के एक ही राशि में मिलन को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। दो ग्रहों के मिलन को युति कहा जाता है। जल्दी ही देवताओं के गुरु बृहस्पति और दैत्यों के गुरू शुक्र देव की मेष राशि में युति होने जा रही है। ऐसे में शुक्र और गुरु का एक साथ मेष राशि में विराजमान होना इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि, 12 साल बाद दोनों एक साथ मेष राशि में विराजमान होंगे। आगामी 24 अप्रैल को गुरु और शुक्र एक साथ मेष राशि में विराजमान होने जा रहे हैं। गुरु और शुक्र की युति 5 राशिवालों के लिए बहुत ही अच्छी रहने वाली है।
आप भी जानिये कि गुरू और शुक्र की युति से कौनसी राशियों के जातकों के जीवन में खुशियां आने वाली हैं?
मेष (ARIES): मेष राशि में ही शुक्र और गुरु की युति होने जा रही है। दोनों के लग्न भाव में स्थित होने वाले हैं। ऐसे में मेष राशि के जातकों के लिए अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। हर कदम पर सफलता आपका इंतजार कर रही है। इस दौरान आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी और वित्तीय लाभ दिलाएगी। व्यापारियों के लिए यह समय अच्छा रहने वाला है। आपका व्यापार पहले के मुकाबले काफी अच्छा रहेगा। व्यापार तेजी से बढ़ेगा और करियर में उन्नति के योग बने रहेंगे। वरिष्ठों का पूरा सहयोग बना रहेगा। मेष राशि में शुक्र-बृहस्पति की युति से आपको कई आर्थिक लाभ मिलने वाले हैं।
वृष (TAURUS): गुरू और शुक्र की मेष राशि में युति से वृष राशि वालों को भी लाभ की प्राप्ति होगी। इस राशि के लग्न भाव में गुरू गोचर कर रहे हैं। इससे जातकों की इच्छाओं में बृद्धि होगी और परिवार की जिम्मेदारियां निभाने में कामयाब होंगे। सोच समझ कर किये गये कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। यात्राओं के योग बन रहे हैं, जो कि सफलता प्राप्त करने में सहायक होंगी। आध्यात्म की ओर झुकाव रहेगा। घर में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन होगा। आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं। धन प्राप्ति की दिशा में किये गये प्रयास सफल होंगे। लव लाइफ अच्छी रहेगी और प्रेम विवाह करना चाहते हैं ते इसमें सफलता प्राप्त होगी। वैवाहिक जीवन में चली आ रही परेशानियों से छुटकारा प्राप्त होगा। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी।
मिथुन (GEMINI): गुरू और शुक्र की युति से मिथुन राशि वालों के लिए लाभदायक योग बन रहे हैं। ग्यारहवें घर में शुक्र और बृहस्पति की युति रहने से आपको पहले के मुकाबले अब अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। आपकी आर्थिक स्थिति पहले के मुकाबले बहुत सुद्रढ़ होगी। वित्तीय स्थिरता पहले से ही आपके पक्ष में है, और करियर की संभावनाएं उज्ज्वल दिखाई दे रही हैं। लंबे समय से लंबित योजनाएं साकार होने वाली हैं। आपको उच्च अधिकारियों से प्रशंसा प्राप्त होगी। आपकी लव लाइफ भी पहले से काफी बेहतर रहेगी। आपका अपने पार्टनर के साथ संबंध अच्छे बने रहेंगे।
कर्क (CANCER): शुक्र और गुरू की मेष राशि में युति से कर्क राशि के जातकों के लिए सफलता के नये रास्ते खुलेंगे। इस दौरान आपको एक के बाद एक कई सफलताएं प्राप्त होंगी। आपको कई अलग-अलग क्षेत्रों में अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि देखने को मिलेगी। आपको समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा। आपको अपने कार्यस्थल पर लोगों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। इस अवधि में आपको कोई खुशखबरी भी मिल सकती है। आपको अपने किसी करीबी मित्र से हर कामकाज में पूरा सहारा प्राप्त होगा।
तुला (LIBRA): मेष राशि में गुरू और शुक्र की युति तुला राशि के लोगों के लिए सप्तम भाव में रहने वाली है। गुरु और शुक्र की सीधी दृष्टि शिक्षा, करियर, धन, कारोबार और वैवाहिक जीवन के लिए सुखद रहेगी। इस अवधि में पति पत्नी के बीच प्यार में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इस राशि के जो लोग नई नौकरी की तलाश में हैं उन्हें इस अवधि में नई नौकरी मिल सकती है। यह गोचरकाल आपके लिए नौकरी और व्यापार दोनों ही मामलों में लाभ दिलाने वाला रहेगा।
(यह आलेख भारतीय सनातन परंपरा एवं ज्योतिषीय सिद्धांतों पर आधारित है और जनरूचि को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके लिए कोई विशेष दावा नहीं है। अपने समाचार, लेख एवं विज्ञापन छपवाने हेतु संपर्क करेंः- ईमेलः newsa2z786@gmail.com मोबाइलः 9810103181)