-इस्तीफा देने के मूड में नहीं केजरीवाल… इस्तीफा दिया तो सुनीता होंगी मुख्यमंत्री, पार्टी के सभी बड़े नेता ईडी की जद में
-एलजी का कोई आदेश आया तो विरोध में इस्तीफा देंगे केजरीवाल, फिर होगी सुनीता केजरीवाल की ताजपोशी
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 2 अप्रैल।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के तिहाड़ जाने के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल (Sunita Kejriwal) को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के किसी भी कदम से आम आदमी पार्टी (AAP) एक कदम आगे चल रही है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने सुनीता केजरीवाल के सामने अपने 55 विधायकों की परेड कराई। इस मौके पर दिल्ली सरकार के सभी मंत्री भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि अब से पहले अरविंद केजरीवाल या सुनीता केजरीवाल कभी एक साथ अपने विधायकों से नहीं मिले। क्योंकि यह संकटकाल है अतः पार्टी नेतृत्व ने अपने विधायकों को टटोलने की कोशिश की है।
मंगलवार का दिन आम आदमी पार्टी के लिए थो़ड़ा सुकून भरा रहा। पार्टी सांसद संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। इसके साथ ही आप कार्यकर्ताओं के लिए थोड़ी उम्मीद की किरण दिखाई दे गई। आप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल आसानी से मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा नहीं देंगे। वह कम से कम तीन-चार महीनों का समय निकालना चाहते हैं। यदि इससे पहले उनकी जमानत हो जाती है तो फिर कोई समस्या नहीं है। यदि फिर भी उनकी जमानत नहीं होती है तो वह जुलाई या इसके बाद इस्तीफा दे सकते हैं। ऐसे में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
राष्ट्रपति शासन के डर से बनाई जा रही रणनीति
आम आदमी पार्टी और इसके मुखिया दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने के डर से इस तरह का अपना ‘मास्टर प्लान’ बना रहे हैं, जिससे दिल्ली की सत्ता उनके पास बनी रहे। यदि आप विधानसभा चुनाव से पहले सत्ता से बाहर होती है तो उसके लिए दोबारा सत्ता में आना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। यदि सभी स्थितियां ठीक रहते हुए दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है तो इसका फायदा आम आदमी पार्टी को ही होगा। क्योंकि आप को इस कार्रवाई के खिलाफ सैंपेथी वोट मिल सकता है।
आतिशी का बड़ा दावा
इससे पहले मंगलवार को ही आतिशी ने दावा किया उन्हें बीजेपी ने ज्वॉइन करने का प्रेशर बनाया कि अगर उन्होंने बीजेपी ज्वाइन नहीं की तो ईडी उन्हें गिरफ्तार कर लेगी। इसके अलावा अतिशी ने कहा कि चुनाव से पहले पार्टी के 4 बड़े नेताओं, जिनमें मुझे, सौरभ भारद्वाज, राघव चड्ढा, दुर्गेश पाठक को गिरफ्तार करने की तैयारी चल रही है। बीजेपी में शामिल न होने पर मुझे गिरफ्तारी की धमकी दी गई है।