-बिना आयुक्त व निगम सचिव की उपस्थिति के स्पेशल हाउस मीटिंग में लिये गये फैसलों को लागू कराने बनाया जा रहा दबाव
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 23 जनवरी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद दुकानों की डीसीलिंग तो शुरू नहीं हो पाई लेकिन इसको लेकर नगर निगम (MCD) में सियासत तेज हो गई है। मेयर की बार-बार घोषणाओं के बावजूद अभी तक एक भी दुकान की सीलिंग नहीं खुल पाई है। इसके बाद मेयर शैली ओबरॉय ने निगम आयुक्त को डीसीलिंग के लिए पत्र लिखकर आयुक्त के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। माना जा रहा है कि इसके पीछे आम आदमी पार्टी (AAP) के दो उद्देश्य हैं। पहला यह कि डीसीलिंग के मामले हो रही देरी की पूरी जिम्मेदारी निगम आयुक्त (Municipal Commissioner) और अधिकारियों के ऊपर डालकर अपना पल्ला झाड़ लिया जाये। दूसरी यह कि पिछले दिनों विशेष बैठक में लिये गये फैसलों को लागू कराया जा सके।
दरअसल आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार की तरह ही दिल्ली नगर निगम में भी अधिकारियों के ऊपर अपनी मनमानी के आदेशों को पूरा करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों उस समय सामने आया था जब मेयर ने हिंदूराव अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी को सस्पेंड करने के आदेश दे दिये थे, परंतु मेयर के इस ओदेश को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ ही निगम आयुक्त और दूसरे अधिकारियों ने मानने से मना कर दिया था।
अब आम आदमी पार्टी और मेयर शैली ओबरॉय ने दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति (Standing Committee) के अधिकारों को हाउस को सोंपने के निर्णय को लागू करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। खास बात है कि यह निर्णय ऐसी बैठक में लिया गया था, जिसमें निगम सचिव और निगम आयुक्त में से कोई मौजूद ही नहीं था। नगर निगम के इस निर्णय पर संविधान विशेषज्ञों ने पहले ही कह दिया है कि यह नगर निगम एक्ट के विरूद्ध है। ऐसे में आम आदमी पार्टी चाहती है कि किसी भी तरह से इस निर्णय को नगर निगम में लागू करा दिया जाये।
मंगलवार को मेयर शैली ओबरॉय ने निगम आयुक्त को एक पत्र लिखकर दुकानों की डीसीलिंग करने का आदेश दिया। सबसे खास बात यह रही कि इस सामान्य सी बात को लेकर उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस की और मीडिया में अस्पष्ट रूप से यह बात पहुंचाने की कोशिश की कि निगम आयुक्त उनकी बात नहीं मान रहे हैं। जबकि इससे पूर्व मेयर शैली ओबरॉय कई बार प्रेस वार्ता करके और प्रेस को जारी बयानों के जरिये दुकानों की डीसीलिंग का श्रेय खुद ही ले चुकी हैं।
ढोंग कर रहे ‘आप’: राजा इकबाल सिंह
दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इक़बाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी जुडिशल कमेटी के आदेश के बावजूद दुकानों को डीसील न कर पाने की अपनी नाकामी को छुपाने के लिए दिल्ली नगर निगम के उच्च अधिकारियों पर दोषारोपण कर रही है। एमसीडी में आम आदमी पार्टी की सरकार है उसके बाद भी व्यापारियों को राहत नहीं दे पा रही है। अपने दोहरे चरित्र को छुपाने के लिए मेयर शैली ओबरॉय निगम आयुक्त को पत्र लिखने का ढोंग कर रही हैं।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आप के भ्रष्टाचार के कारण निगम अधिकारियों में आपस में तालमेल नहीं है, जिसके कारण दुकानें डीसील नहीं हो पा रही है, व्यापारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। आम आदमी पार्टी दुकानों को डीसील नही करना चाहती है और इस बात को छुपाने के लिए यह लोग बार बार नए ढोंग रच रहे हैं। आम आदमी पार्टी की मेयर और आयुक्त दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय में ही बैठते हैं, उसके बावजूद मेयर को आयुक्त को पत्र लिखना पड़ रहा है। जबकि मेयर खुद आयुक्त को बुलाकर इस संबंध में बात कर सकती हैं, इस बात से साफ़ ज़ाहिर है कि आम आदमी पार्टी और निगम अधिकारियों में किसी तरह का तालमेल नहीं है।