-MCD के विज्ञापन एवं पार्किंग विभाग से भ्रष्टाचार पर आप नेताओं का पूरा ध्यानः राजा इकबाल सिंह
-पहले से भी लचर हुई आप शासित नगर निगम में शिक्षा व्यवस्थाः नेता प्रतिपक्ष
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 10 जनवरी।
दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व महापौर राजा इकबाल सिंह ने आम आदमी पार्टी के शासन वाले नगर निगम के नेतृत्व पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि पूरा सत्र खत्म होने को है और निगम विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र.-छात्राओं को अभी तक किताबें और वर्दी तक नहीं दी गई हैं। नगर निगम में सत्ताधारी आप नेताओं का सारा ध्यान विज्ञापन एवं पार्किंग विभाग से भ्रष्टाचार के जरिये वसूली किये जाने पर है। जिसकी वजह से निगम विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था पहले से भी ज्यादा खराब हो गई है।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा नगर निगम का प्रमुख कार्य है लेकिन आप सरकार का सारा ध्यान मोटे मोटे टेंडर निकालकर पैसा कमाने पर है। बच्चों को स्टेशनरी एवं कॉपियां नही मिली हैं, निगम विद्यालय में पढ़ने वाले प्रत्येक छात्र को ₹1100 वर्दी के दिए जाते थे, जिसमें स्वेटर, कमीज, पेंट एवं बालिकाओं के लिए स्वेटर कुर्ता, पजामी जूते, जुराबे दी जाती थी। जोकि इतनी सर्दी होने के बावजूद अभी तक छात्र-छात्राओं को नहीं दी गई है।
यदि यह छात्र छात्राओं को जनवरी की इतनी भयंकर सर्दी में भी नहीं वितरित होंगे तो बच्चों को कब वितरित होंगे? और निगम विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल में कैसे पढ़ने के लिए आ पाएंगे। दूसरी ओर बच्चों को मिलने वाले स्कूल बैग जिसकी कीमत ₹300 निर्धारित की गई है एवं स्टेशनरी जिसकी कीमत ₹120 दी जाती है, इसके अलावा ₹1000 एससी/एसटी बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाती है। वह भी अभी तक नहीं दी गई है।
यही बजह है कि निगम विद्यालयों में तकरीबन 80 हजार बच्चे इस साल कम हो गया है। जो बच्चे आते हैं उनकी उपस्थिति में भी बड़ी संख्या में कमी हुई है। जिसका प्रमुख कारण बच्चों के पास स्वेटर, जूते, जुराबे, स्कूल बैग का न होना है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि केजरीवाल सरकार का शिक्षा मॉडल कितना बेहतरीन है। यह लोग सिर्फ और सिर्फ झूठ बोलने के माहिर है,यह कहते पता नहीं क्या-क्या है और करते हैं कुछ नहीं।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि निगम की आप सरकार का सारा ध्यान केवल विज्ञापन विभाग, पार्किंग विभाग जैसे विभागों एवं इनसे जुड़े करोड़ों के प्रस्ताव पारित कर मोटी कमाई करने पर है। निगम की आप सरकार की प्राथमिकताओं में शिक्षा कहीं भी नहीं आती जिसकी बानगी आप सरकार की कार्यप्रणाली है। भारतीय जनता पार्टी निगम की आप सरकार की कार्यप्रणाली की कड़ी भर्त्सना करती है।