हौज खास मार्केट में BJP कार्यकर्ताओं ने तोड़ी दुकानों की सील… MCD ने दोबारा लगाई

-दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष एवं व्यापारी नेताओं की मौजूदगी में तोडी गई थी दो व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सील

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली 3 जनवरी।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा एवं स्थानीय व्यापारी नेताओं की मौजूदगी में हौज खास इलाके में बुधवार को दो दुकानों पर लगी सील को पार्टी कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया। हालांकि एमसीडी (MCD) ने दोनों व्यापारिक प्रतिष्ठानों को फिर से सील कर दिया है। इस मौके पर सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल शासित दिल्ली सरकार एवं दिल्ली नगर निगम द्वारा दिल्ली के एल.एस.सी. दुकानदारों की दुकाने एवं कार्यालयों को कई वर्षों से सील रखकर किये जा रहे उत्पीड़न की निंदा की।
इस दौरान व्यापारी नेताओं ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी (AAP) के व्यापारियों के प्रति विश्वासघात के विरूध हमारा संकेतिक विरोध है। सचदेवा ने कहा कि गत माह न्यायालय के द्वारा गठित दो सदस्यीय न्यायिक समिति ने दिल्ली के 106 एल.एस.सी. मार्किटों में वर्षों से सील पड़ी दुकानों को डीसील करने का निर्देश दिल्ली नगर निगम को दिया है।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय की गठित समिति के निर्णय के बाद दिल्ली की महापौर शैली ओबरॉय ने प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया था कि यह डीसीलिंग के आदेश हमने करवाये हैं और लगातार 15 दिन तक एल.एस.सी. दुकानदारों को एक दो दिन एक दो दिन में डीसीलिंग का आश्वासन देती रहीं फिर अभी दो दिन पहले मालूम पड़ा कि दिल्ली नगर निगम ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय में एक अर्जी दायर कर सीलिंग जारी रखने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि हमने जानकारी मिलते ही उसी दिन मुख्यमंत्री एवं महापौर को प्रेस कांफ्रेंस कर चेतावनी दी कि दिल्ली नगर निगम अपनी अर्जी माननीय सर्वोच्च न्यायालय से वापस लेकर डीसीलिंग शुरू करें या दिल्ली भाजपा 3 जनवरी को विरोध कार्रवाई करेगी। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि आज दिल्ली के एल.एस.सी. दुकानदार केजरीवाल प्रशासन के विश्वासघात से दुखी हैं और उसी का परिणाम है कि आज हौज खास मार्किट व्यापारियों के आमंत्रण पर मैं उनके विरोध प्रदर्शन में यहाँ आया और यहां दो प्रतिष्ठानों की संकेतिक डी-सील हुई है।
सचदेवा ने कहा कि मै महापौर को चेतावनी देता हूँ कि हौज खास की इस डीसीलिंग के लिये व्यापारियों का उत्पीड़न ना करें और तुरंत इन दुकानों की डी-सीलिंग की कागज़ी कार्यवाही पूरी करवा कर इनको स्थाई रूप से डीसील करें।