-डी.एम.ए. के क्वैकरी विरोधी कदमों को पूरा समर्थन देगा दिल्ली भाजपा डॉक्टर्स सेल
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली 22 नवंबर।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर (Praveen Shankar Kapoor) ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज (Health Minister Saurabh Bhardwaj) और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (Delhi Medical Association) के अध्यक्ष डॉ. अश्विनी डालमिया (Dr Ashwini Dalmia) से दिल्ली में चिकित्सा पेशे में बढ़ती झोलाछाप प्रथा पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है।
दिल्ली बजेपी प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली के लोग यह देखकर हैरान और परेशान हैं कि अग्रवाल मेडिकल सेंटर के नाम से एक झोलाछाप नर्सिंग होम ग्रेटर कैलाश में संचालित हो रहा है। यह उच्च शिक्षित लोगों का निवास क्षेत्र है और वे चाहते हैं कि झोलाछाप को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाये।
लोगों का मानना है कि जब एक झोलाछाप नर्सिंग होम ग्रेटर कैलाश से संचालित हो सकता है तो भगवान जाने अनधिकृत कॉलोनियों या गांवों जैसे दूर-दराज के इलाकों में कितने अन्य झोलाछाप डॉक्टर, क्लीनिक या नर्सिंग होम चल रहे होंगे। दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने इस मामले में 5 बिंदुओं की जांच सूची का सुझाव दिया हैः-
इसमें दिल्ली सरकार और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन को सभी निजी संचालित अस्पतालों और नर्सिंग होमों का निरीक्षण करने के लिए संसदीय क्षेत्रवार संयुक्त टीमें बनानी चाहिए, ताकि वहां काम करने वाले सभी डॉक्टरों की योग्यता और उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की जांच की जा सके। प्रत्येक निजी चिकित्सा व्यवसायी की चिकित्सा योग्यता की जांच के लिए दिल्ली सरकार और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन की संयुक्त टीमें बनाई जाएं। दिल्ली सरकार और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन को 10 बिस्तरों से कम और गहन चिकित्सा इकाई नहीं होने वाले नर्सिंग होम में सर्जरी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। दिल्ली सरकार और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन को सहमत होना चाहिए और दिल्ली पुलिस के माध्यम से दिल्ली में काम करने वाले प्रत्येक निजी मेडिकल प्रैक्टिशनर का सत्यापन अनिवार्य करना चाहिए।
इयकेे अलावा दिल्ली सरकार और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रत्येक चिकित्सक प्रिस्क्रिप्शन लेटर हेड पर अपना मेडिकल काउंसिल पंजीकरण नंबर लिखेगा और स्थानीय पुलिस द्वारा विधिवत सत्यापित पंजीकरण प्रमाणपत्र की प्रति क्लिनिक या नर्सिंग होम में प्रदर्शित करेगा। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन को मेडिकल प्रैक्टिशनर्स और डॉक्टरों से अपने प्रिस्क्रिप्शन लेटर हेड पर एक क्यूआर कोड प्रिंट करने के लिए कहने पर विचार करना चाहिए, जिसे स्कैन करके कोई भी मेडिकल प्रैक्टिशनर की शैक्षणिक योग्यता और पंजीकरण विवरण की जांच और सत्यापन कर सके, जैसे सुझाव शामल हैं।
दिल्ली बीजेपी का डॉक्टर सेल दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन द्वारा शुरू किए जाने वाले क्वैकरी विरोधी कदमों को पूरा समर्थन देगा। चिकित्सक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी डॉ. वीरेंद्र रोहिल्ला, डॉ. अनिल गोयल, डॉ. हरीश गुप्ता एवं डॉ. वी.के. मोंगा ने कहा कि चिकित्सा पेशे में मरीजों का विश्वास बचाने के लिए एंटी क्वैकरी यानि झोलाछाप विरोधी कदम जरूरी हैं।