‘जीना उत्सव पूर्वक-वसुधैव कुटुंबकम-मानवीय परिवार’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन

-नोएडा मीडिया क्लब में किया गया कार्यक्रम का आयोजन

एसएस ब्यूरो/ नोएडा : 14 जुलाई, 2023।
संभावना सामाजिक कल्याणकारी समिति और ग्लोबल पीस फाउंडेशन इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में ‘जीना उत्सव पूर्वक – वसुधैव कुटुंबकम-मानवीय परिवार’ संगोष्ठी का आयोजन नोएडा मीडिया क्लब नोएडा उत्तर प्रदेश में किया गया। मंगलाचरण के साथ संगोष्ठी की शुरुआत हुई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे नवाब सिंह नागर, पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि भारतीय योग पद्धति और वसुघैव कुटुंबकम का विचार को इस समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हो चुकी है। जिसके वैश्विक परिवार के महान विषयों की परिकल्पना को साकार करने में काफी सहायता मिली है।
नागर ने कहा कि भारत के बारे में यह सत्य है कि इसकी संस्कृति बहुत पवित्र और मानवीय रही है । उन्हीं पवित्र और मानवीय शिक्षा संस्कारों के आधार पर हम विश्व शांति स्थापित कर सकते है और विश्व को एक परिवार की संकल्पना देने में सफल हो सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुरेंद्र पाठक, सलाहकार ग्लोबल पीस फाउंडेशन इंडिया द्वारा किया गया। अतिथियों का स्वागत और स्वागत वक्तव्य आशा मोहिनी (संभावना सामाजिक कल्याणकारी समिति) द्वारा किया गया।
सम्भावना की गतिविधियों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि आज बड़ी संख्या में परिवार टूट रहे हैं पूरी दुनिया में एकल अभिभावक संख्या मैं वृद्धि हो रही है। भारत में अनाथ बच्चों की संख्या भी बहुत तेजी से बड़ी है। किस तरह से आज एकल परिवार मोबाइल परिवार में तब्दील हो रहे है। क्योकि एक घर में अगर चार सदस्य भी हैं सब आपस में बात करने के बजाये मोबाइल में ही समय देते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार एवं अनेक चैनल के सीईओ रहे आचार्य राम गोपाल शुक्ला ने कहा कि भारत अपने सांस्कृतिक वैभव को धूम पराकाष्ठा पर पहुंचाकर ही विश्व गुरु बना था आज हमारे लिए अपेक्षित है कि हम उसी सांस्कृतिक वैभव की पुनः स्थापना करें।
सुरेंद्र पाठक ने बताया कि उनका यह संगठन भारत के परिवार को विश्व परिवार में परिवर्तित करने के लिए कार्य कर रहा है। भारत की परिवार संस्कृति विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त करें और जिस प्रकार के मानवीय और पवित्र संस्कार और संबंध प्राचीन भारत में हुआ करते थे उन्हें हम फिर से स्थापित करने में सफल हो सके। जिस प्रकार से सिंगल पेरेंट्स सोसाइटी और परिवार टूटने का क्रम इसके साथ में पारिवारिक लड़ाई झगड़े पढ़ रहे हैं उससे निपटने के लिए समाजसेवी संस्थाओं को आगे आकर इस मुद्दे पर समाज में संवाद को स्थापित करना चाहिए।
आलोक कुमार वरिष्ठ पत्रकार ने इस अवसर पर परिवार के टूटने पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्हें हिजड़ों की ओर वापस जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इनके अलावा अनेक वक्ताओ में प्रेम भाटिया, चांद भारद्वाज, अनिरुध कुमार, सर्वेश मित्तल, मोना मेहरा आदि ने भी भारतीय संस्कृति के मानवीय पक्ष पर परिवार से लेकर विश्व परिवार तक वसुधैव कुटुंबकम् मानवीय परिवार बनने के सम्भावनाओ पर अपने विचार व्यक्त किये।