-रेलवे के कुछ अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 20 जून, 2023।
राजधानी दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन (Kishanganj Railway Station) पर आने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फुट ओवर ब्रिज के जरिये एक ओर से दूसरी ओर जाने वालों का तो यहां से निकलना ही मुश्किल हो गया है। कारण है कि हर समय यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। ऐसा इसलिए है कि यहां लंबे समय से स्टेशन परिसर में अवैध पार्किंग चलाई जा रही है।
स्थानीय निवासी गौरव जैन ने बताया कि माल गोदाम के आस-पास ट्रकों और छोटे माल वाहक वाहनों की पार्किंग रहती है। जिसकी वजह से स्टेशन पर बने फुट ओवर ब्रिज का उपयोग कर एक ओर से दूसरी ओर जाने वाले लोगों को भारी परेशानी होती है। विकास गुप्ता ने कहा कि किशनगंज रेलवे स्टेशन पर एक ओर माल गोदाम है और दूसरी ओर रेलवे लाइन के सहारे करीब आधा किलोमीटर तक खाली जगह पड़ी है। लेकिन यहां हर समय बड़े-बडे ट्रक पार्क रहते हैं।
बलराज जैन ने बताया कि किशनगंज रेलवे स्टेशन पर चलाई जा रही अवैध पार्किंग के काम में रेलवे के ही कुछ अधिकारी और आरपीएफ के कुछ अधिकारी शामिल हैं। ऐसा नहीं होता तो अवैध पार्किंग चल ही नहीं सकती है। दूसरी ओर नाम नहीं छापने की शर्त पर एक ट्रक ड्राईवर ने बताया कि ‘हमारी गाड़ी खाली होने के बाद हमें दोबारा माल भरने का इंतजार रहता है। दूसरी जगह ट्रक खड़ा करेंगे तब भी हमें पार्किंग चार्ज देना पड़ता है। इसलिए हम यहीं ट्रक खड़ा रखते हैं। इसके लिए आरपीएफ वाले कुछ लोग हमसे पार्किंग के पैसे ले लेते हैं।’ एक दूसरे ट्रक ड्राईवर ने बताया कि जो आरपीएफ वाले हमसे पैसा लेते हैं वह सादी वर्दी में होते हैं।
दरअसल किशनगंज रेलवे स्टेशन पर एक ओर माल गोदाम है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ‘यहां हर महीने करीब 30 से 35 रैक माल की लोडिंग/ अनलोडिंग होती है। एक रैक माल के लिए करीब 100 से 150 ट्रकों का आना जाना होता है।’ दरअसल माल को लाने-लेजाने के लिए आने वाले ट्रकों को माल गोदाम के दूसरी ओर पार्क कर दिया जाता है और इसके बदले ट्रक वालों से मोटी उगाही की जाती है।
पूरे मामले में किशनगंज रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर नवनीत कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हो सकता है कि जब ट्रक माल लेकर आते हों या फिर अनलोडिंग करते हों तब तक नो एंट्री का समय हो जाता हो और कुछ ट्रक माल गोदाम के आसपास खड़े रह जाते हों। उन्होंने कहा कि रेलवे के अधिकार क्षेत्र में अवैध पार्किंग के खिलाफ कार्रवाई की जिम्मेदारी आरपीएफ के पास है। यदि हमारे पास इस तरह की कोई शिकायत आयेगी तो हम वरिष्ठ अधिकारियों को जरूर लिखेंगे।