-बुध के गोचरकाल में 4 राशियों के जातक रहें जरा संभलकर
आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्लीः 29 मार्च, 2023।
वैदिक ज्योतिष की मान्यता के अनुसार एक निश्चित समय में सभी ग्रह अस्त और नीच के होते हैं। वर्तमान समय में बुध ग्रह अभी नीच अवस्था में अस्त होकर मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। वर्तमन हालतों में ग्रहों के राजकुमार कहे जाने वाले बुध देव की की स्थिति से दुर्लभ नीचभंग राजयोग का निर्माण हुआ है। बुध देव के इस गोचरकाल से 50 वर्षों के बाद ऐसा महासंयोग बना है। इसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर देखने को मिलेगा। अच्छी बात यह है कि 4 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस समय धनलाभ और भाग्योदय के प्रबल योग बने हुए हैं। क्योंकि इनकी गोचर कुंडली में नीचभंग राजयोग बन रहा है। परंतु 4 राशियां ऐसी हैं जिनके लिए यह महासंयोग ज्यादा अच्छा नहीं है। अतः उन्हें जरा संभल कर चलने की सलाह दी जाती है। आप भी जानिये कि यह महासंयोग कौनसी राशियों के जातकों के लिए लानलाभ के योग लेकर आया हैः-
मिथुनः इस राशि के जातकों के लिए नीचभंग राजयोग लाभदायक सिद्ध होगा। यह नीचभंग राजयोग आपकी गोचर कुंडली के कर्म भाव में बन रहा है। इसलिए यदि आप ट्रैडर, लाइजनर, रियल स्टेट, कमीशन, शेयर ब्रोकर, स्टॉक मार्केट और एस्कपोर्ट- इंपोर्ट का काम है, तो आपको बहुत पैसा मिल सकता है। नए ऑर्डर मिल सकते हैं। बस आपको थोड़ी मेहनत करने की जरूरत है। वहीं बुध और गुरु दशम भाव में स्थित हैं, गुरु कर्म भाव के कारक हैं। इसलिए इस समय नौकरीपेशा लोगों की पदोन्नति के योग बन रहे हैं।
कन्या: इस राशि के जातकों के लिए नीचभंग राजयोग शुभ साबित हो सकता है। क्योंकि इस राशि में बुध ग्रह उस स्थान पर दृष्टि डालता है जिसमें वह बलवान होता है। वहीं नीचभंग राजयोग बन रहा है। इसलिए काम- कारोबार में तरक्की के योग बन रहे हैं। जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा। साथ ही जीवनसाथी की तरक्की हो सकती है। वहीं इस समय आप कोई प्रापर्टी खरीद सकते हैं। साथ ही प्रापर्टी की खरीद फरोख्त से लाभ मिल सकता है। वहीं आकस्मिक धनलाभ भी हो सकता है। दूसरी ओर शनि आपके 11वें भाव में विराजमान हैं और यहां शनि अच्छा फल देते हैं। साथ ही कन्या राशि वालों के लिए धन और भाग्य का स्वामी 6 अप्रैल को शुक्र देव अष्टम भाव से निकलकर भाग्य स्थान पर आएंगे। इसलिए भाग्य से पैसे का लाभ मिलेगा। वहीं जो लोग मीडिया, फिल्म लाइन से जुड़े हुए हैं, उनको यह अवधि शानदार रह सकती है।
धनु: इस राशि के जातकों के लिए नीचभंग राजयोग अनुकूल सिद्ध होगा। एक तो आपकी राशि का स्वामी गुरु हंस नाम का राजयोग बनाकर स्थित है और बुध ग्रह नीचभंग राजयोग बना रहे हैं। साथ ही बुध ग्रह करियर और वैवाहिक जीवन के भाव के स्वामी हैं। इसलिए आप लोगों को धनलाभ के योग बन रहे हैं। साथ ही शनि देव तीसरे भाव में भ्रमण कर रहे हैं, तो आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। साथ ही इस समय आप कोई जमीन- जायदाद खरीद सकते हैं। इस समय आप पुखराज पहन सकते हैं, जो आपको भाग्यशाली रत्न साबित हो सकता है।
मीन: इस राशि के जातकों के लिए नीचभंग राजयोग सुखद और लाभदायक सिद्ध होगा। आपकी राशि का स्वामी गुरु स्वराशि में विराजमान है। इसलिए इस समय आपको मान- सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही जो लोग राजनीति से जुड़े हुए हैं, उनको किसी पद की प्राप्ति हो सकती है। वहीं सुख-साधनों की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही नौकरीपेशा लोगों का मनचाही जगह ट्रांसफर हो सकता है। वहीं जीवनसाथी के सहयोग से धन की प्राप्ति हो सकती है। इसलिए इस समय आपको प्रयास करते रहना चाहिए। इस समय आप पुखराज पहन सकते हैं, जो आपको भाग्यशाली साबित हो सकता है।
वहीं, कुछ राशियों के लिए बुध की यह स्थिति कुछ परेशानियां खड़ी कर सकती है अतः 4 राशियों के जातकों को थोड़ा संभल कर चलने की सलाह दी जाती हैः-
मेष: इस राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह का नीच होना नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली में बुध ग्रह तीसरे और छठे भाव का स्वामी होता है और वह 12वें भाव में स्थित है, जिसको खर्च और हानि का घर माना जाता है। इसलिए इस समय आपको कोई रोग हो सकता है। मतलब आपको चर्म, रोग, पेट की तकलीफ, थायरायड, किडनी, अस्थमा और गैस बन सकती है। साथ ही आपका इस अवधि में फिजूल खर्च भी हो सकता है। छोटे भाई- बहनों को परेशानी हो सकती है।
सिंह: इस राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह का नीच और अस्त होना प्रतिकूल साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली में बुध ग्रह धन और लाभ का स्वामी है। इसलिए इस समय आपको आकस्मिक धन की हानि हो सकती है। दवाइयों पर खर्च हो सकता है। निवेश से हानि हो सकती है। इसलिए सोच समझकर निवेश करें। परिवार में किसी को मृत्युतुल्य कष्ट हो सकता है और बड़े भाई को कोई तकलीफ हो सकती है। पैरों से संबंधित परेशानी हो सकती है।
तुला: इस राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह का नीच और अस्त होना हानिकारक सिद्ध हो सकता है। क्योंकि भाग्य का स्वामी अस्त हुआ है। इसलिए 31 मार्च तक शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में निवेश नहीं करें, अन्यथा नुकसान हो सकता है। वहीं पेट, स्किन और लीवर से संबंधित परेशानी हो सकती है। साथ ही मानसिक अंशाति हो सकती है।
मकर: इस राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह का नीच और अस्त होना नुकसानदायक साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली के भाग्य का स्वामी अस्त और नीच का है। इसलिए शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में निवेश नहीं करें। मतलब 31 मार्च तक खासकर रुक जाएं, अन्यथा परेशानी हो सकती है। साथ ही बीमारी भी हो सकती है। थायरायड, अस्थमा, स्किन की परेशानी, लीवर पर इफेक्ट आ सकता है।
(यह आलेख भारतीय सनातन परंपरा एवं ज्योतिषीय सिद्धांतों पर आधारित है और जनरूचि को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके लिए कोई विशेष दावा नहीं है। अपने समाचार, लेख एवं विज्ञापन छपवाने हेतु संपर्क करेंः- ईमेलः newsa2z786@gmail.com मोबाइलः 9810103181)