पार्किंग ठेका घोटाले में दिल्ली BJP का नेता गिरफ्तार

-शेल कंपनियों के सहारे कई राज्यों में चला रहा कारोबार
-7 कंपनियां ब्लैक लिस्ट, एमसीडी का करोड़ों रूपया बकाया है

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 26 मार्च, 2023।
पार्किंग (Parking) के ठेके लेने के लिए फर्जी बैंक गारंटी (Bank Gaurante) देने के मामले में चंडीगढ़ पुलिस (Chandigarh Police) ने अनिल शर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने कई शेल कंपनियों के सहारे लोगों और सरकारी विभागों के साथ करोड़ों रूप्ये की धोखाधड़ी की है। आरोपी के ऊपर केवल चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि दिल्ली नगर निगम का भी करोड़ों रूपया बकाया बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि दिल्ली नगर निगम ने आरोपी की सात कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर रखा है।
खास बात है कि आरोपी अनिल शर्मा दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के चांदनी चौक जिला का कोषाध्यक्ष रह चुका है। जबकि आरोपी की पत्नी अनुराधा शर्मा अभी बीजेपी के चांदनी चौक जिला में उपाध्यक्ष हैं। बीजेपी ने अनुराधा शर्मा को 2017 में नगर निगम के चुनाव में टिकट भी दिया था, लेकिन बाद में विवादों के चलते उनका टिकट बदलकर दूसरे उम्मीदवार को दे दिया था।
बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम ने वर्ष 2020 में शहर की 89 पार्किंग साइट्स को दो जोन में बांटकर उनके ठेके उठाये थे। जोन-1 की 57 पार्किंग साइट्स का ठेका पाश्चात्य एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिलमिटेड को मिला था। ठेकेदार को हर महीने 45 लाख रूपये का भुगतान चंडीगढ़ नगर निगम को जमा कराना था। कंपनी ने करीब डेढ़ साल तक यह राशि जमा कराए और इसके बाद वह लगातार मासिक फीस माफ करने के लिए पत्र पर पत्र लिखता रहा।
इस दौरान पाश्चात्य एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड की ओर लाइसेंस फीस, जुर्माना और ब्याज मिलाकर करीब सात करोड़ रूपये बकाया हो गये। 23 जनवरी 2023 को कंपनी के ठेके का समय पूरा हो गया। इसके बाद चंडीगढ़ नगर निगम ने सात करो़ड़ रूपये बैंक को पत्र लिखा। तब नगर निगम को बैंक की ओर से बताया गया कि उनकी ओर से कोई बैंक गारंटी नहीं दी गई। बैंक ने बताया कि निगम के पास जो बैंक गारंटी है वह फर्जी है।
पाश्चात्य एंटरटेनमेंट प्रा.लि. के निदेशक संजय शर्मा को चंडीगढ़ पुलिस ने 7 मार्च को ही गिरफ्तार कर लिया था। उसके अलावा बैंक अधिकारी रविचंद्र प्रकाश और अजय को भी गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल चंडीगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा अनिल शर्मा को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। उसके चंडीगढ़, दिल्ली, भोपाल सहित देश के कई शहरों में आउटडोर पब्लिसिटी, बैंकट हॉल्स, पार्किंग व होटलों का कारोबार है। बताया जा रहा है कि साल 2016-17 के दौरान आर्थिक गड़बड़ियों के चलते दिल्ली नगर निगम ने अनिल शर्मा की 7 कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया था।
चंडीगढ़ अदालत में किया आत्मसमर्पण
बताया जा रहा है कि अनिल शर्मा ने चंडीगढ़ की जिला अदालत में आत्मसमर्पण किया है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि फर्जी बैंक गारंटी जारी करने में उसकी क्या भूमिका है और दूसरे आरोपियों के साथ उसके क्या संबंध हैं?
भोपाल में भी फर्जी बैंक गारंटी का मामला
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब तक की जांच में सामने आया है कि चंडीगढ़ से वसूल की गई पार्किंग फीस को आरोपी अनिल शर्मा ने अपने एक एनपीए खाते के खिलाफ वन टाइम सेटलमेंट कराने के लिए डायवर्ट कर दिया था। इसी तरह आरोपी ने भोपाल (मध्य प्रदेश) में पार्किंग के टेंडर लेने के लिए फर्जी बैंक गारंटी जमा कराई थी। इस मामले की जांच जारी है। पुलिस का यह भी कहना है कि आरोपी टेंडर लेने के बाद फीस जमा नहीं कराता है। इसके बाद लाइसेंस फीस में छूट प्राप्त करने या माफी के लिए अदालत मे केस कर देता है। आरोपी की एक और कंपनी पाश्चात्य एंटरटेनमेंट पार्किंग सर्विसेज (इंडिया) के नाम से है।