‘आप’ के साथ गठंबंधन पर सुगबुगाहट जारी
टीम एटूजैड/नई दिल्ली
देश की राजधानी का सियासी पारा धीरे-धीरे चढ़ता जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आम आदमी पाटी्र के साथ हाथ मिलाने से मना कर दिया है। फिर भी पाटी्र का एक धड़ा ‘आप’ और कांग्रेस के गठबंधन की संभावनाएं तलाश रहा है। यही कारण है कि पार्टी ने अपने मोबाइल एप पर प्रदेश प्रभारी पीसी चाको की ओर से एक ऑडियो क्लिप जारी कर दिल्ली के कार्यकर्ताओं से इस बारे में सुझाव मांगे हैं। सुझावों की प्रक्रिया दो दिन में पूरी की जानी है। क्योंकि ‘आप’ प्रमुख अरविंद केजरीवाल महागठबंधन में शामिल नेताओं के द्वारा कांग्रेस पर गठबंधन के लिए लगातार दबाव बनाए हुए हैं।
दूसरी ओर पार्टी की प्रदेश इकाई के नेता आम आदमी पार्टी के साथ हाथ मिलाने के पक्ष में नहीं हैं। कारण है कि 2015 के विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी ने दिल्ली में लगातार बढ़त हासिल की है। पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी पर कुछ हद तक लगाम लगी है। वहीं गठबंधन होने और नहीं होने की दोनों ही स्थितियों में पार्टी नेताओं ने अपनी चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्टी के पूर्व सांसद एक बार फिर से सियासी समर में उतरने की तैयारी में हैं। इसके लिए पार्टी नेताओं ने अपने-अपने इलाकों में जाकर संभावनाएं तलाशना शुरू कर दिया है।
पुराने घोड़ों पर ही दारोमदार
प्रदेश कांग्रेस में बदलाव के बाद पार्टी के कुछ नए नेताओं को लोकसभा चुनाव में
उतरने की उम्मीद जगी है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी भले ही राजनीति में युवाओं को ज्यादा आगे लाने की बात करते हों लेकिन सूत्रों का कहना है कि पार्टी ज्यादा रिश्क लेने के मूड में नहीं है। यदि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं होता तो ज्यादातर सीटों पर पुराने चेहरों को ही आजमाया जा सकता है। हालांकि कई पुराने नेताओं के बारे में कहा जा रहा है कि वह यहां से नहीं लड़ना चाहते। इसलिए नए लोगों को मौका दिया जा सकता है। माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी भी गठबंधन नहीं होने की स्थिति में ज्यादा बदलाव के मूड में नहीं हैं। इसी के चलते अजय माकन, जय प्रकाश अग्रवाल, कपिल सिब्बल, महाबल मिश्रा और संदीप दीक्षित आदि एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं।
उत्तर पूर्वी दिल्ली
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस में टिकट मांगने वालों में सबसे पहला नाम जय प्रकाश अग्रवाल का है। उनका नाम कांग्रेसी दिग्गजों में शुमार किया जाता है। वह चांदनी चौक से सांसद रह चुके हैं और उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से भी सांसद रह चुके हैं। इस सीट पर रागिनी नायक और पूर्व विधायक मतीन अहमद भी टिकट की दावेदारी में हैं। इनके साथ ही इस सीट के लिए प्रो जिले सिंह का नाम भी चलाया जा रहा है।
पूर्वी दिल्ली सीट
पूर्वी दिल्ली सीट से कांग्रेस में प्रमुख दावेदारों में शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित
का नाम प्रमुख रूप से बताया जा रहा है। संदीप 2014 से पहले भी इस सीट से सांसद रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि संदीप मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसे में इस सीट से अरविंदर सिंह लवली और अनिल चौधरी टिकट मांग रहे हैं। इस सीट पर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में सचिव नसीब सिंह और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री डॉ ऐके वालिया भी लोकसभा चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी में हैं।
चांदनी चौक लोकसभा
चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस में प्रमुख दावेदारी कपिल सिब्बल की है। वह इस सीट से 2004 और 2009 में सांसद रहे हैं और इसके साथ कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। लेकिन सूत्र बताते हैं कि सिब्बल इस बार लोकसभा चुनाव
लड़ने के मूड में नहीं हैं। इसलिए शमिष्ठा मुखर्जी इस सीट से प्रबल दावेदार बताई जा रही हैं। हालांकि पार्टी में एक गुट कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष हारून यूसुफ का नाम भी दावेदारों में आगे बढ़ा रहा है। चांदनी चौक सीट को वैश्य बहुल बताया जाता है। इसलिए इस सीट से दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली
उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व सीट है। कांग्रेस में इस बार इस सीट से पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया की दावेदारी प्रमुख रूप से मानी जा रही है। यहां से राजकुमार चौहान और जयकिशन भी टिकट की दावेदारी में हैं। सुरेंद्र कुमार और तरूण कुमार भी यहां से टिकट मांग रहे हैं। 2014 तक इस सीट से कृष्णा तीरथ कांग्रेस की सांसद और केंद्र में मंत्री रही हैं। लेकिन 2015 में वह भाजपा में शामिल हो गई थीं। सूत्रों का कहना है कि कृष्णा तीरथ फिर से कांग्रेस में वापसी की कोशिश में हैं। मदन खोरवाल भी इस सीट से टिकट की लाइन में हैं।
नई दिल्ली लोकसभा
नई दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी छोड़ने के बाद से ही संसदीय क्षेत्र में जाना और संपर्क अभियान शुरू कर दिया है। दूसरी दावेदार अर्चना डालमिया हैं। इनका परिवार गांधी परिवार के बेहद नजदीक माना जाता है। यदि अजय माकन को यहां से नहीं उतारा जाता तो पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की पुत्री शर्मिष्ठा मुखर्जी भी टिकट की दावेदारी में जोरों से लगी हैं। शर्मिष्ठा को माकन गुट का माना जाता है। इसलिए वह चांदनी चौक से भी टिकट की दावेदारी कर रही हैं।
पश्चिमी दिल्लीः
पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस के पूर्व सांसद महाबल मिश्रा टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। वह इस सीट से पहले भी सांसद रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश संगठन में किसी पूर्वांचली को प्रमुख सथान नहीं मिल की स्थिति में उनकी दावेदारी और बढ़ गई है। हालांकि इस सीट से सुमेश शौकीन भी प्रबल दाबादारों में जुटे हैं। इस सीट से पूर्व विधायक मुकेश शर्मा, पार्टी प्रवक्ता अमृता धवन और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव भी टिकट की दावेदार हैं।
दक्षिणी दिल्ली लोकसभाः
दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से पूर्व सांसद रमेश कुमार स्वाभाविक दावेदार हैं।
1984 सिख विरोधी दंगों में आरोप साबित होने के बाद सज्जन कुमार को सजा हो गई है। ऐसे में सज्जन कुमार के बेटे जगप्रवेश कुमार भी टिकट की दावेदारी में हैं। इस सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष योगानंद शास्त्री और बलराम तंवर भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।