सियासी गलियारों में एक और ‘बेनामी लेटर बम’… एक शीर्ष BJP नेता व उनका परिवार निशाने पर

-पार्टी संगठन और निगम चुनाव के टिकट वितरण के मामले में लगाये गंभीर आरोप

जे.के. शुक्ला/ नई दिल्लीः 08 नवंबर, 2022।
राजधानी के सियासी गलियारों में एक और ‘बेनामी लेटर बम’ घूम रहा है। खास तौर पर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में इसको लेकर विशेष चर्चा है। इस लेटर में दिल्ली बीजेपी के एक शीर्ष नेता, उनकी पत्नी, दोनों पुत्रों और उनके पार्टी के कई पदाधिकारियों के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये गये हैं। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के नाम ये लेटर लिखने वाला भी अपना नाम सामने लाने का साहस नहीं जुटा सका है। इससे पहले पार्टी के एक और नेता के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए चरित्र हनन की कोशिश की गई थी।
इस लेटर में पार्टी के एक शीर्ष नेता, उनकी पत्नी और परिवार व रिश्तेदारों के ऊपर तो भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये ही गये हैं। इसके साथ ही पार्टी संगठन में कार्यरत प्रदेश उपाध्यक्ष, दो प्रवक्ताओं के साथ ही कई जिला व महिला मोर्चा के पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर सवाल उठाये गे हैं। लेटर में निगम चुनाव में टिकटों के बंटवारे के लिए वसूली के प्रयास के आरोप भी लगाये गये हैं। इसमें खास तौर पर एक पूर्व विधानसभा प्रत्याशी और पार्टी कार्यालय के एक कर्मचारी का नाम शामिल है।
सियासी व व्यापारिक कनेक्शन
‘बेनामी लेटर बम’ में संबंधित पार्टी नेता और उनके पारिवारिक लोगों के सियासी एवं व्यावसायिक रिश्तों की पोल खोलने की कोशिश की गई है। 4 पेज के इस लेटर में नेताजी के परिवार के दिल्ली से लेकन वृंदावन तक फैले कारोबार की चर्चा के साथ कई लोगों का चरित्र हनन की भी कोशिश की गई है। हालांकि पार्टी के कई लोगों का कहना है कि इस तरह के लेटर का तब तक कोई महत्व नहीं है, जब तक कि शिकायतकर्ता खुद सामने नहीं आता है। लेकिन यह बात भी सही है कि पत्र के जरिये कहीं न कहीं नेताजी और उनके परिवार के साथ जिन लोगों की चर्चा की गई है उनकी छवि तो धूमिल हुई ही है।
एक पूर्व विधायक और कुछ और लोगों का कारनामा!
दिल्ली बीजेपी में चर्चा है कि यह कारनामा भी पार्टी के एक पूर्व विधायक और उनके कुछ साथियों का है। इससे पहले जो लेटर वायरल हुआ था, उस मामले में भी पार्टी के दो पूर्व विधायकों और पार्टी के ही एक और नेता के ऊपर शक की सुई गई थी। बताया जा रहा है कि इस बार बेनामी लेटर लिखने वालों ने अपनी सारी हदें पर कर दी हैं।