30 साल बाद शनि का कुंभ राशि में प्रवेश… 7 राशि वालों को मिलेगा धनलाभ.. 5 राशि वालों की बढ़ेगी उलझन!

-शनि देव मकर राशि से निकल कर कुंभ राशि में करेंगे गोचर
-29 अप्रैल को शनि देव कर रहे अपना राशि परिवर्तन

पूनम सिंह/ नई दिल्ली, 28 अप्रैल, 2022
न्याय और कर्म फल के देवता शनि देव 29 अप्रैल को अपना राशि परिवर्तन कर रहे हैं। शनि देव मकर राशि की अपनी यात्रा पूर्ण करने के बाद कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। इस दौरान राहु का मेष और केतु का वृश्चिक राशि में प्रवेश हो चुका है। आपको बता दें कि सामान्य तौर पर शनि देव अपनी एक राशि की यात्रा करीब ढाई वर्ष में पूरी करते हैं, इस तरह से किसी भी राशि में शनि देव वापस लौटकर 30 वर्ष बाद आते हैं। इस तरह से कुंभ राशि में भी न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव कुंभ राशि में 30 वर्ष बाद गोचर कर रहे हैं। शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही 7 राशियों के जातकों को इसके अच्छे परिणाम मिलेंगे जबकि 5 राशियों के जातकों को संभल कर चलना होगा।
7 राशियां, जिनको मिलने वाला है शनि देव का साथ
मेषः शनि देव आपकी राशि के 11 वें भाव में गोचर कर रहे होंगे। इसकी वजह से आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। नौकरी और व्यापार में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। बिगड़ते काम बनते नजर आयेंगे।
व्षभः शनि देव आपकी राशि के 10 वें भाव में गोचर कर रहे होंगे। इसकी वजह से कार्यक्षेत्र में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। नौकरी और व्यापार करने वालां को धनलाभ होगा। नई नौकरी के प्रस्ताव भी मिल सकते हैं।

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मिथुनः शनि देव आपकी राशि के 9 वें भाव में गोचर कर रहे होंगे। इसकी वजह से आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आपका हर काम बनता नजर आयेगा। शनि का यह गोचर आपके लिए बेहद शुभ साबित होगा। अचानक धनलाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे। खास बात है कि मिथुन राशि वालों को शनि की ढैय्या से भी मुक्ति मिल रही है।
तुलाः शनि देव के इस गोचर की वजह से इस राशि के छात्रों के लिए सकारात्मक समय है। नौकरी पेशा लोगों को कई अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार में लाभ प्राप्त होगां मनचाही नौकरी मिलने के आसार हैं।

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धनुः शनि देव आपकी राशि के तृतीय भाव में गोचर कर रहे होंगे। शनि के इस गोचर से धनु राशि वालों को साढ़ेसाती से छुटकारा मिलेगा। हालांकि शनि 12 जुलाई को वक्री होंगे और मकर राशि में प्रवेश कर जायेंगे, इसके बाद 17 जनवरी 2023 को धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से पूरी तरह से मुक्ति मिल सकेगी।
मकरः इस राशि वालों की साढेसाती 3 जून 2027 को समाप्त होगी। क्योंकि यह साढेसाती 26 जनवरी 2017 को शुरू हुई थी। पिछले वर्ष से शनि मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। आपके लिए शनि का यह गोचर शुभ साबित होने वाला है और आपको शनि की पीड़ा से मुक्ति भी मिलेगी।

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कुंभः इस राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती से 3 जून 2027 को मुक्ति मिलेगी, क्योंकि इनके ऊपर यह साढ़ेसाती 24 जनवरी 2020 से शुरू हुई है। इस दौरान शनि की महादशा से कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि के मार्गी होने से कुछ राहत मिलेगी। फिलहाल इस राशि के जातकों के ऊपर गुरू की कृपा बनी हुई है, यह समय आपके लिए शुभ साबित होगा।
इन 5 राशियों के जातकों को चलना होगा संभल कर
कर्कः शनि देव आपके 7वें भाव में गोचर कर रहे होंगे। इस दौरान आपके दांपत्य जीवन में उथल पुथल आ सकती है। व्यवसाय में तालमेल नहीं होने की वजह से कुछ नुकसान झेलना पड़ सकता है। नौकरी के क्षेत्र में भी सहयोगियों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है।

सिंहः शनि देवप का गोचर आपकी राषि के 6ठे भाव मे ंहो रहा है। इस दौरान जीवनसाथी के साथ आपका विवाद दो सकता है। नौकरी और कारोबार में आपके मिले जुले परिणाम देखने को मिलेंगे। आप इस दौरान कोट-कचहरी के मामलों में भी फंस सकते हैं। कोई भी निर्णय ठीक तरह से सोच-समझकर लें।
कन्याः
शनि देव के इस गोचर से प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वालों को सफलता मिल सकती है। लेकिन संतान पक्ष से निराशा मिलने के संकेत हैं। सुख और शांति में कमी आ सकती है। कर्ज लेने की नौबत आ सकती है और खर्चे बढ़ते हुए दिखाई देगे।
वृश्चिकः शनि देव के कुंभ राशि में गोचर करने की वजह से सुख-सुविधाओं के क्षेत्र में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। यह समय मिले-जुले परिणामों वाला साबित होगा। अनावश्य कार्यों पर ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है। जरूरी काम बिगड़ते नजर आयेंगे।
मीनः शनि देव के कुंभ राशि में गोचर करने की वजह से आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आमदनी से ज्यादा खर्चे करने पड़ेंगे। छात्रों के लिए यह समय शुभ रहेगा लेकिन आपको दुर्घटनाओं से बचकर रहना होगा।