निगम के पास नहीं थे सेलरी के पैसे और बीजेपी मेयर कर रहीं थीं सरकारी खर्च पर दूसरे शहरों की सैर

-दिल्ली से भटिंडा सैर पर गई थीं पूर्वी दिल्ली की तत्कालीन मेयर नीमा भगत

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली, 19 मार्च, 2022
दिल्ली के नगर निगमों की आर्थिक हालत भले ही खराब हो, केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार द्वारा इसे सुधारने के नाम पर निगम चुनाव तक टलवा दिये गये हैं। लेकिन दिल्ली के बीजेपी नेताओं को पिछले लंबे समय से इसकी कोई चिंता नहीं रही है। सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि नगर निगम लंबे समय से आर्थिक बदहाली झेल रहे है, निगम कर्मचारी वर्षों से अपना वेतन पाने के हड़ताल का सहारा लेते आ रहे हैं। लेकिन भाजपाई महापौर नगर निगम के सरकारी खर्च पर दूसरे शहरों की सैर करते रहे।

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मामला पूर्वी दिल्ली नगर निगम से जुड़ा है। साल 2017 के निगम चुनाव से पहले ही नगर निगमों की आर्थिक हालत खराब हो चुकी थी। इसके चलते तत्कालीन प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी को केंद्र से सीधे पैसा लाने का वादा करना पड़ा था। चुनाव के बाद बीजेपी तीनों नगर निगमों की सत्ता में आई तो नियमानुसार मई 2017 में बीजेपी ने नीमा भगत को पूर्वी दिल्ली का महापौर बनाया था।

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गौरतलब है कि तब कई बार पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों को अपने वेतन के लिए हड़ताल और धरना-प्रदर्शनों का सहारा लेना पड़ा था। लेकिन इतने बुरे आर्थिक हालात होने पर भी पूर्वी दिल्ली की बीजेपी की महापौर नीमा भगत सरकारी खर्चे पर भटिंडा की यात्रा पर चली गई थीं। पूर्वी दिल्ली नगर निगम से प्राप्त पुष्ट सूचना के मुताबिक नीमा भगत ने यह यात्रा 25 फरवरी 2018 से 28 फरवरी 2018 के बीच की थी। उन्होंने इस दौरान सरकारी गाड़ी सहित पूरे तामझाम का उपयोग किया था। हालांकि बीजेपी महापौर की इस यात्रा पर कितना खर्च आया? इसकी जानकारी निगम सचिव कार्यालय के अधिकारी बता पाने में असमर्थ हैं।
यात्रा के बाद और बिगड़े हालात
तत्कालीन बीजेपी मेयर नीमा भगत की दूसरे शहरों की यात्रा के बाद पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आर्थिक हालात और ज्यादा बिगड़ते चले गये। हर साल कर्मचारियों को दो-तीन बार अपनी सेलरी के धरना-प्रदर्शन करने पड़े। वर्तमान हालात यह है कि अब भी डीबीसी कर्मचारियों सहित कई वर्गों को दो से तीन महीने की सेलरी नहीं मिल पा रही है।

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