-कस्तूरबा अस्पताल में विवादित ‘IUI’ प्रणाली की जांच का मामला
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी शासित नगर निगम पहले ही यहां की अव्यवस्थाओं के लिए बदनाम हैं। अब उत्तरी दिल्ली नगर निगम का एक और मामला सामने आया है। कस्तूरबा अस्पताल में ‘IUI’ (इंस्टा यूडेरियन इंसेमिनेशन) से जुड़े मामले की जांच उसी अधिकारी को सोंपी गई है, जिनके कार्यकाल में यह तथाकथित घपला हुआ बताया जा रहा है। इसके चलते नगर निगम की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर से गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
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बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कस्तूरबा अस्पताल में अनधिकृत तरीके से इंस्टा गर्भाशय गर्भाधान यानी इंस्टा यूडेरियन इंसेमिनेशन की शिकायत की गई थी। उसी की जांच अब अस्पताल प्रशासन की निदेशक डॉक्टर संगीता नांगिया को सोंपी गई है। बताया जा रहा है कि कस्तूरबा अस्पताल में आईयूआई प्रणाली शुरू करने के लिए जब लाखों रूपये की मशीनों की खरीदारी की गई थी तब डॉक्टर नांगिया कस्तूरबा अस्पताल में गायनी डिपार्टमेंट की हेड थीं।
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इसके पश्चात वह लंबे समय तक कस्तूरबा अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट रहीं। तब इस अस्पताल में आयूआई तकनीक का उपयोग करने के लिए संबंधित संस्थान से अनुमति मांगी गई थी। लेकिन वह अनुमति भी नहीं मिल सकी। जिसकी वजह से लाखों रूपये में खरीदे गये उपकरण अस्पताल में ही बेकार पड़े हुए हैं। सवाल यह भी उठता है कि यदि उन उपकरणों का उपयोग किया गया है तो क्या आईयूआई तकनीक से अस्पताल में बच्चों को जन्म दिया गया?
अस्पताल में भ्रष्टाचार का गंभीर मामलाः नीरज शर्मा
आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद नीरज शर्मा ने इसे कस्तूरबा अस्पताल में भ्रष्टाचार का गंभीर मामला बताया है। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल की इजाल प्रणाली पर भी सवाल उठाता है। जिस तरह की शिकायत की गई है, उससे तो मामला और भी गंभीर हो जाता है। क्या इस तरह की प्रणाली शुरू करने से पहले नगर निगम के आला अधिकारियों से इसकी विधिवत इजाजत ली गई थी? यदि नहीं तो ऐसे सभी जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।