नॉर्थ निगम फटेहालः फिर भी पार्षदों को मिलेगा 2 करोड़ का फंड!

-2021-22 के लिए भी ऐसी योजनाएं जो सिरे ही नहीं चढ़ सकतीं
-वर्ष 2022-23 के लिए स्थायी समिति ने तैयार किया बजट का खाका

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। कर्मचारियों और अधिकारियों को कई महीनों से सेलरी नहीं मिली है। विकास कार्यों के ठेके लेने वाले ठेकेदार अपनी अरबों रूपयों की बकाया राशि की वसूली के लिए निगम अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। फिर भी अगले वर्ष सभी निगम पार्षदों को अपने-अपने इलाकों में विकास कार्य कराने के लिए 2-2 करोड़ रूपये दिये जायेगे।

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यह फैसला गुरूवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति की बैठक में लिया गया। यह बैठक कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए वर्चुअल रूप में बुलायी गई थी। बैठक की अध्यक्षता स्थायी समिति के उपाध्यक्ष विजय भगत ने की। स्थायी समिति अध्यक्ष की ओर से बजट प्रस्तावों में कहा गया है कि अगले वर्ष सभी पार्षदों को पार्षद फंड में 2 करोड़ रूपये दिये जायेंगे। इसके लिए 208 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है।

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इसी के साथ 2021-22 के लिए स्थायी समिति अध्यक्ष की ओर से अपने बजट में व्यवस्था की गई है कि इसी वर्ष लोगों को हेड संख्याः 90/1211 के तहत दिव्यांग जनों के लिए व्हील चेयर उपलब्ध कराने के लिए 6 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है। हालांकि यह बात अलग है कि ना तो अब व्हील चेयर खरीदने का समय रह गया है और नाही नगर निगम के पास कोई पैसा है। इसी साल के बजट में पार्किंग डेवलपमेंट फंड में भी 14 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है। जबकि निगम को कोई भी पार्किंग निर्माणाधीन नहीं है।

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