BJP का हालः बजट प्रस्ताव पेश करने नहीं पहुंची हेल्थ कमेटी की चेयरमैन

-उपाध्यक्ष भी गायब, स्थायी समिति के सदस्य ने मजबूरी में की औपचारिकता पूरी
-जल्दबाजी में शुरू व आखिर के पेज पढ़ने के साथ ही बैठक सम्पन्न

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
एक ओर दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी नगर निगम के चुनावों की तैयारी में जुटी है, दूसरी ओर पार्टी के निगम पार्षदों का मन नगर निगम के कामों से ऊबने लगा है। बुधवार को ऐसा नजारा देखने को मिला, जैसा नगर निगम के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ होगा। स्थायी समिति की बैठक में बुधवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम की विशेष व तदर्थ समितियों के अध्यक्षों को अपनी समिति के बजट प्रस्ताव रखने थे, लेकिन स्वास्थ्य समिति की अध्यक्षा अंजू दूवी बैठक में ही नहीं पहुंचीं। उनकी बैठक से अनुपस्थिति को लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं।

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बता दें कि बुधवार 22 दिसंबर को स्थायी समिति की बैठक में स्वास्थ्य समिति, शिक्षा समिति, पर्यावरण प्रबंधन समिति, निर्माण समिति, ग्रामीण क्षेत्रीय समिति और उद्यान समितियों के अध्यक्षों को अपनी-अपनी समितियों के प्रस्ताव रखने थे। लेकिन बैठक खत्म होने तक चिकित्सा सहायता एवं जन स्वास्थ्य समिति की चेयरमैन अंजू देवी बैठक में ही नहीं पहुंची। स्वास्थ्य समिति के उपाध्यक्ष भी बैठक में मोजूद नहीं थे, मजबूरी में स्थायी समिति और स्वास्थ्य समिति के सदस्य मनीष सिंह के द्वारा समिति का बजट पेश करने की औपचारिकता कराई गई। बताया जा रहा है कि नगर निगम के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी समिति का अध्यक्ष बैठक में ही नहीं पहुंचा हो।

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दिल्ली बीजेपी में चर्चा है कि तीनों ही नगर निगम नेतृत्व का संकट झेल रहे हैं, ऐसे में स्वास्थ्य समिति की चेयरमैन का बजट पेश करने के लिए नहीं पहुंचने की बात को गंभीर माना जा रहा है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि चुनाव नजदीक आते देख निगम पार्षदों नगर निगम के कामों से मोह भंग हो गया है। वैसे भी पार्टी ने जिन लोगों को विशेष जिम्मेदारियां दी हैं, उनसे केवल औपचारिकता को ही पूरा किया गया है।
जल्दबाजी में दिखे स्थायी समिति अध्यक्ष
बुधवार के बजट चर्चा के दौरान स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगीराम जैन भी भारी जल्दबाजी में दिखे। उन्होंने अपनी-अपनी समितियों का बजट पेश करने आये चेयरमैन को केवल अपने बजट भाषणों के पहले और आखिरी पेज पढ़ने के लिए कह दिया। इसकी वजह से कई समितियों के अध्यक्ष जोगीराम जैन से नाराज नजर आये। स्थायी समिति के अध्यक्ष बार-बार बजट चर्चा को जल्दी खत्म करने की बात करते नजर आये।