-पूर्वी दिल्ली के राठी मिल स्थित जैन धर्मशाला का मामला
-अवैध रूप से सील तोड़ी, सांसद को बुलाकर किया कार्यक्रम
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ पूर्वी दिल्ली
पूर्वी दिल्ली नगर निगम से जु़ड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। शाहदरा नॉर्थ जोन के तहत आने वाले बाबरपुर इलाके के बलवीर नगर स्थित राठी मिल कंपाउंड के जैन धर्मशाला में लगी सील को खोल दिया गया। इसमें कई कार्यक्रम भी होते रहे। स्थानीय सांसद मनोज तिवारी को बुलाकर भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। लेकिन किसी को इसकी खबर नहीं लगी कि सील किसने और कब खोली। बताया जा रहा है कि बीजेपी के ही कुछ नेता इसमें शामिल हैं।
यह भी पढ़ेंः दिल्लीः शराबखानों के रास्ते में मास्टर प्लान… कई को नोटिस… कई ठेके सील किये
फिलहाल इस मामले में क्षेत्रीय उपायुक्त की ओर से पुलिस कंपलेंट की गई है और इसे दोबारा सील करने के लिए शाहदरा पुलिस थाने से पुलिस बल की मांग की गई है। उपायुक्त के मुताबिक दिल्ली पुलिस की ओर से उन्हें 9 दिसंबर को पुलिस बल मुहैया कराने के लिए कहा गया है। आश्चर्य की बात तो यह है कि खुद स्थानीय निगम पार्षद कुसुम तोमर कह रही हैं कि उन्हें इस बात का पता ही नहीं चला कि जैन धर्मशाला में लगाई गई सील किसी ने खोल दी है।
यह भी पढ़ेंः ग्रहों के राजा और राजकुमार का राशि परिवर्तन… जानिये आपके लिए आये हैं क्या लेकर?
मामला तब और संगीन हो गया, जब मंगलवार को जोन के चेयरमैन प्रवेश शर्मा ने कह दिया कि उन्होंने अधिकारियों से कहकर मंगलवार को सुबह-सवेरे दोबारा जैन धर्मशाला को सील करवा दिया है। जबकि शाहदरा उत्तरी क्षेत्र के उपायुक्त संजीव मिश्रा ने बताया कि मामले की शिकायत पुलिस को कर दी गई है, पुलिस की ओर से हमें बताया गया है कि 9 दिसंबर को फोर्स दी जायेगी। तभी इस धर्मशाला को दोबारा सील किया जायेगा। अभी इस धर्मशाला को दोबारा सील नहीं किया जा सका है, हालांकि हमारे कर्मचारी वहां गये थे, लेकिन वहां मौजूद लोगों ने विरोध कर दिया था।
मुझे नहीं मालूम कि किसी ने सील तोड़ दी हैः कुसुम
बीजेपी की स्थानीय निगम पार्षद कुसुम तोमर ने पहले तो यह कहा कि यह खबर झूठी है कि कोई सील तोड़ी गई है, लेकिन जब उन्हें बताया गया कि जोन चेयरमैन ने कहा है कि मंगलवार को उस प्रॉपर्टी को दोबारा सील कर दिया गया है। तब उन्होंने कहा कि जैन धर्मशाला की सील तोड़े जाने की बात उनके संज्ञान में नहीं है।
जोन चेयरमैन ने झूठ बोला?
शाहदरा उत्तरी क्षेत्र के जोन चेयरमैन प्रवेश शर्मा से जब इस बावत बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे संज्ञान में कल ही आया था कि जैन धर्मशाला की सील तोड़कर उसमें कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके पश्चात हमने मंगलवार को सुबह इस धर्मशाला को निगम अधिकारियों के द्वारा सील करवा दिया गया है। जबकि वास्तविकता यह है कि अभी तक निगम अधिकारियों ने जैन धर्मशाला को दोबारा सील ही नहीं किया है और वह स्थानी थाने से पुलिस मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
नियमानुसार दोबारा होगी सीलिंग की कार्रवाईः महापौर
पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि हमारे संज्ञान में यह बात आई है कि जैन धर्मशाला की सील किसी ने तोड़ दी है। इस मामले में हमने अधिकारियों को कहा है कि सीलिंग की कार्रवाई दोबारा की जाये। इसके साथ ही हमने अधिकारियों को सील तोड़ने वालों के खिलाफ एफआईआर कराने के लिए भी कहा है।
कानून के मुताबिक होगी कार्रवाईः जोन उपायुक्त
जोन के उपायुक्त संजीव मिश्रा ने कहा कि हमारे संज्ञान में यह बात आने के बाद हमने संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा है। 2 दिसंबर को पुलिस को भी एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखा है। इस मामले में जो भी कानूनी कार्रवाई होगी, वह हम करेंगे और पुलिस बल मिलने के साथ ही जैन धर्मशाला को दोबारा सील कर दिया जायेगा।
आखिर क्या है इस झूठ की वजह?
बताया जा रहा है कि जैन धर्मशाला की सील तोड़े जाने या फिर खोले जाने के पीछे कुछ बीजेपी नेताओं का ही हाथ है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता एक हो गये हैं। यही कारण है कि इस मामले को दबाने की कोशिशें भी जोरों पर हैं। क्योंकि मामला केवल जैन धर्मशाला से ही जुड़ा नहीं है बल्कि राठी मिल कंपाउंड में अवैध रूप से बनाये गये बड़ी मात्रा में वह फ्लैट्स हैं, जिन पर कि सीलिंग की तलवार लटकी हुई है।
अवैध निर्माण के चलते सील की गई जैन धर्मशाला
बता दें कि अवैध निर्माण के चलते ही जैन धर्मशाला को 28 अक्टूबर 2021 को सील किया गया था। लेकिन नवंबर महीने में ही इसकी सील को अवैध रूप से हटा दिया गया था और यहां धड़ल्ले से समारोहों का आयोजन किया जा रहा है। खास बात है कि इन कार्यक्रमों की आयोजन के लिए आयोजकों से बुकिंग के लिए धनराशि भी वसूली जाती है।