-दिल्ली बार काउंसिल में रजिस्टर्ड होने वाले वकीलों को दें 5-5 हज़ार रुपये भत्ता
-कोई भी कानून संविधान की आत्मा के विरुद्ध ना बने
हेमा शर्मा/ नई दिल्ली,
शुक्रवार को कानून मानवाधिकार अध्यक्ष एवं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता एडवोकेट सुनील कुमार व अन्य वकीलों ने अरविंद केजरीवाल से वकीलों की रक्षा के लिए जल्द से जल्द लाएर प्रोटेक्शन एक्ट लाये जाने की मांग की है साथ ही प्रधानमंत्री, व दिल्ली के मुख्यमंत्री से कहा कि कोई भी कानून संविधान की आत्मा के विरुद्ध ना बनाये।
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एडवोकेट सुनील कुमार ने वकीलों की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब डॉक्टर को सुरक्षा दी जा सकती है उनके लिए प्रोटेक्शन एक्ट बन सकता है तो वकीलों के लिए क्यो नही। वकील ना सिर्फ खूनी के बल्कि आतंकवादी के केस भी लड़ते हैं इस लिहाज से तो उनकी जान को ज्यादा खतरा है।
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उन्होंने अपनी माँग को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जो नये वकील दिल्ली बार काउंसलिंग में रजिस्टर होते हैं उनको तीन सालों तक 5 हजार रुपये भत्ते के रूप में दें, क्योंकि शुरू के तीन साल उनके लिए बहुत मुश्किल होते हैं। केजरीवाल को 2015 के घोषणा पत्र में किये गए उनके वादे को याद दिलाते हुए वकील साहब ने कहा की मुख्यमंत्री जी ने वकीलों और सरकारी वकीलों के लिए जो लोअर कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं के लिए अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम लाने की बात कही थी उसपर आज 2021 तक भी कोई काम नहीं किया गया तो उसपर ध्यान दें. केजरीवाल के झूठे वादों पर सुनील कुमार ने ताना मारते हुए कहा कि दिल्ली की जनता के लिए जहां उनकी सरकार वजूद में है वहां तो वो वादों को पूरा नहीं कर पाए और अब गोवा, उत्तराखंड व पंजाब की जनता को अपने झूठ से ठगने चले हैं।
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को दिया संदेश
एडवोकेट सुनील कुमार ने शुक्रवार को संविधान दिवस के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री व दिल्ली के मुख्यमंत्री को संदेश देते हुए कहा कि हम दोनों को संविधान की एक एक कॉपी भेज रहे हैं और गुजारिश करते हैं कि कोई भी कानून जो बने वो संविधान की आत्मा के खिलाफ ना हो। किसी भी कानून को बनाते समय संविधान में दिये गए प्रावधानों का ध्यान रखा जाए।