आज का दिन किसान विजय दिवस के तौर पर जाना जाएगा: अनिल चौधरी

आज का दिन किसान विजय दिवस के तौर पर जाना जाएगा: अनिल चौधरी

-शहीदों के परिवारों को दिया जाए एक-एक करोड़ का मुआवजा 
-किसानों पर लगे सभी मुकदमों को निरस्त किया जाए  

एसएस ब्यूरो/नई दिल्ली,
एक साल तक चले किसान आंदोलन को शुक्रवार को जीत हासिल हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने गुरु पर्व पर मिली किसानों की इस जीत को इतिहास में किसान विजय दिवस के रूप में मनाए जाने की बात कही। किसानों की जीत पर बधाई देने के लिए शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने प्रेस वार्ता सम्बोधित की। अनिल चौधरी ने बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि लगभग एक साल तक चले इस आंदोलन के सामने आखिरकार निरंकुश सरकार को झुकना ही पड़ा।

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उन्होंने कहा कि ये जीत कुछ मुट्ठी किसानों की नहीं है बल्कि समस्त देशवासियों की है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के नेताओं की नियत में खोट था इसलिए उन्होंने किसानों के लिए नहीं बल्कि चंद उद्योगपतियों के लिए कानून बनाने की एक नाकाम कोशिश थी। राहुल गांधी को श्रेय देते हुए अनिल ने कहा कि इन तीन काले कानूनों पर फैसले के बाद किसानों की जीत और अहंकार की हार हुई है। केंद्र की नियत पर शक करते हुए अनिल ने कहा की जब ये तीनों काले कानून पर अध्यादेश पारित कर संसद में निरस्त किया जाएगा तभी उनकी बात पर विश्वास होगा।

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किसानों की इस जीत को अधूरी जीत कहते हुए अनिल चौधरी ने कहा कि ये जीत पूर्ण तब होगी जब इस आंदोलन में अपने जान गवाने वाले किसानों को शहीद की उपाधि मिलेगी और उनके परिवार वालों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवज़े के तौर पर दिए जायेंगे। साथ ही किसानों पर इस आंदोलन के दौरान जो भी मुक़दमे दर्ज हुए है उन्हें पूरी तरह से निरस्त कर दिए जाएगा।