एसडीएमसीः हाथ मलते रह गये बीजेपी नेता… अफसरों ने डाक से भेज दिये रेहड़ी-पटरी के कन्फर्मेशन लैटर

-उत्तरी एवं पूर्वी दिल्ली नगर निगम के नेताओं ने कार्यक्रम आयोजित करके बांटे तहबाजारी आबंटन के पत्र

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
नगर निगम चुनाव सिर पर आते देख दिल्ली में सभी दल सक्रिय हो गये हैं। लेकिन दिल्ली के तीनों नगर निगमों में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को निगम अधिकारियों का साथ नहीं मिल रहा है। मामला दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से जुड़ा है। यहां बीजेपी के नेता श्रेय लेने के लिए हाथ मलते रह गये और अधिकारियों ने रेहड़ी-पटरी वालों को तहबाजारी के कन्फर्मेशन लैटर डाक के जरिये उनके घर भेज दिये।

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बता दें कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में करीब 52 हजार रेहड़ी-पटरी वालों को चिन्हित किया गया है। करीब इतने ही उत्तरी दिल्ली में और करीब 40 हजार पूर्वी दिल्ली में तहबाजारी वाले चिन्हित किये गये हैं। इन्हें तहबाजारी के बन्फर्मेशन लैटर जारी करना शुरू किया गया है। अब तक करीब 16 हजार रेहड़ी-पटरी वालों को तहबाजारी के पत्र जारी किये जा चुके हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने तहबाजारी के पत्र सीधे बांटना शुरू किया है। जबकि दक्षिणी निगम के अधिकारियों ने यह पत्र लोगों को सीधे डाक से भेजना शुरू कर दिया।

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गौरतलब है कि कोई भी दल जनता से जुड़े किसी भी काम का श्रेय लेने में पीछे नहीं रहना चाहता है। पिछले दिनों उत्तरी दिल्ली नगर निगम और इसके साथ पूर्वी दिल्ली नगर निगम के नेताओं ने रेहड़ी-पटरी वालों को तहबाजारी के कन्फर्मेशन लैटर बांटना शुरू किये हैं। इसके बारे में मीडिया में भी रिलीज जारी करके खबरें छपवाई और दिखाई गईं। लेकिन दक्षिणी दिल्ली नग निगम के अधिकारियों ने मेयर, स्थायी समिति अध्यक्ष या नेता सदन को इस मामले में भनक तक नहीं लगने दी और तहबाजारी के कन्फर्मेशन के पत्र सीधे डाक के जरिये पत्र भेज दिये गये हैं।

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शुक्रवार 12 नवंबर को यह मामला दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति की बैठक में भी उठाया गया। तब जाकर स्थायी समिति के सदस्यों को पता चला कि अधिकारी डाक के जरिये लोगों को तहबाजारी के कन्फर्मेशन के पत्र भेज चुके हैं। इसके बाद से दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में सत्ताधारी दल बीजेपी के नेता बैकफुट पर आ गये हैं। पार्टी नेताओं की ओर से कहा जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि तहबाजारी वालों के बारे में पता चल सके कि जो पते उन्होंने दिये हैं, वह सही हैं अथवा नहीं।
पार्षदों को दी जायेगी सूची
अधिकारियों की मनमानी को लेकर केवल विपक्ष ही नहीं बल्कि सत्ता पक्ष के पार्षदों में भी भारी नाराजगी है। खुद सत्ता पक्ष के पार्षद अपने निगम नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं। स्थायी समिति की बैठक में मामला उठने के बाद अधिकारियों को कहा गया है कि जिन लोगों को तहबाजारी का आबंटन किया गया है, उनकी सूची संबंधित इलाकों के निगम पार्षदों को भी उपलब्ध करायी जाये।
पार्षद बांटेंगे फोटोकॉपी
उत्तरी एवं पूर्वी दिल्ली निगम के नेताओं ने भले ही तहबाजारी के मूल प्रमाण पत्र बांटे हों, लेकिन दक्षिणी दिल्ली के निगम नेता और पार्षद अपने अपने इलाकों के रेहड़ी-पटरी वालों को प्रमाण पत्रों की फोटोकॉपी बांटेंगे। अब अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि भले ही मूल प्रमाण पत्र डाक से भेज दिये हों लेकिन वह सभी पार्षदों को उन प्रमाण पत्रों की फोटोकॉपी उपलब्ध करायें, ताकि निगम पार्षद तहबाजारी वालों को प्रमाण पत्रों की फोटोकॉपी बांट सकें। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में स्थायी समिति के अध्यक्ष बीके ओबरॉय एवं नेता सदन इंद्रजीत सहरावत ने बताया कि अधिकारियों को तहबाजारी प्रमाण पत्रों की फोटोकॉपी और सूची सभी निगम पार्षदों को उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।