दक्षिणी दिल्ली निगम के कांट्रैक्ट टीचर्स के अच्छे दिन… दिल्ली सरकार ने जारी किया नौकरी का आदेश

-समग्र शिक्षा दिल्ली के तहत बहाल होगी नौकरी, 18 अक्टूबर को जारी हुआ सर्कुलर
-18 अक्टूबर 2021 से 31 मार्च 2022 तक के नये कांट्रैक्ट के जरिये मिलेगी नौकरी

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
लंबे समय से बेरोजगार चले आ रहे दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के कांट्रैक्ट टीचर्स के अच्छे दिन आ गये हैं। दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग से संबद्ध ‘समग्र शिक्षा- दिल्ली’ की ओर से सोमवार 18 अक्टूबर को आदेश जारी कर दिया गया है। अब इन शिक्षकों को हर वर्ष नगर निगम के नेताओं के कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। समग्र शिक्षा अभियान के तहत इन 586 प्राथमिक शिक्षकों की सेलरी की जिम्मेदारी अब दिल्ली सरकार की होगी। बता दें कि इस मद में केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और नगर निगम तीनों का योगदान रहेगा।

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बता दें कि कोरोना गाइडलाइंस के चलते स्कूल बंद होने की वजह से दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने इन कांट्रैक्ट टीचर्स का कांट्रैक्ट रिन्यू नहीं किया था। कई महीने से यह शिक्षक बेरोजगार घूम रहे थे। हालांकि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में पहले से समग्र शिक्षा अभियान के तहत टीचर्स को कांट्रैक्ट पर रखा गया था, इसलिए वहां इस तरह की समस्या नहीं थी। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कांट्रैक्ट टीचर्स के साथ भी यही समस्या थी, लेकिन बताया जा रहा है कि पिछले दिनों उत्तरी दिल्ली निगम के टीचर्स को भी समग्र शिक्षा अभियान के तहत शामिल कर लिया गया है।

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दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग के तहत आने वाली समग्र शिक्षा-दिल्ली सोसायटी की ओर से जारी सर्कुलर में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों को कहा गया है कि वे तुरंत सभी शिक्षकों के मूल दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियां उपलब्ध करायें और 18 अक्टूबर 2021 से 31 मार्च 2022 तक का नया कांट्रैक्ट करायें। इस बारे में सभी कांट्रैक्ट टीचर्स को सूचित करने के लिए कहा गया है।
केजरीवाल सरकार ने दिया दिवाली का तोहफाः प्रेम चौहान
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम चौहान ने कहा कि हमारी मेहनत रंग लाई है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के 586 अनुबंधित अध्यापक जो कि लगभग 20 वर्षों से निगम के विद्यालयों में विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहे थे। उन्हें भाजपा शासित निगम ने बिना कोई सूचना के पदमुक्त कर दिया था। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि कोरोना काल मे किसी की भी नौकरी नही जाएगी। भाजपा ने अपनी कथनी और करनी में अंतर को प्रत्यक्ष दर्शा दिया। पिछले सप्ताह अनुबंधित अध्यापकों का एक प्रतिनिधि मंडल हमारे अथक प्रयासों से विधायिका आतिशी की अध्यक्षता में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जी से मिला था। उन्होंने सभी अध्यापकों की समस्याओं को सुना और उसे जल्द से जल्द समाप्त करने का आश्वासन दिया था। उसी प्रक्रिया में उन सभी अध्यापकों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत पुनः नियुक्ति आदेश जारी कर दिल्ली सरकार ने दीवाली का तोहफा दे दिया है।