एटूजैड न्यूज की खबर का असर… नींद से जागे अधिकारी, एसडीएमसी ने वेबसाइट में किया सुधार

-नई और पुरानी वेबसाइट को किया गया आपस में मर्ज

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
बीजेपी शासित नगर निगमों का कामकाज रामभरोसे ही चल रहा है। तीनों नगर निगमों के जिस विभाग में हाथ डाल दिया जाये, वहीं से कुछ न कुछ भ्रष्टाचार, लापरवाही, उदासीनता और नजरअंदाजी के मामले सामने आ जाते हैं। ताजा मामला दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से जुड़ा है। मीडिया में खबरें आने के बाद दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने अपनी नई और पुरानी वेब साइट्स को एक-दूसरे में मर्ज (समावेश) कर दिया है। बता दें कि एटूजैड न्यूज ने इस खबर को प्रमुखता से प्रसारित किया था कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्रेस एवं सूचना विभाग की जानकारी ही साइट पर सही नहीं है।

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गौरतलब है कि शुक्रवार 15 अक्टूबर 2021 तक दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की दो वेबसाइट काम कर रही थीं। एक वेबसाइट पर पुरानी सूचनाएं थीं तो एक और नई वेबसाइट पर नई सूचनाएं दी गई हैं। पिछले वर्ष ही नई वेबसाइट बनाई गई है, लेकिन बदलाव करते समय पुराने डोमेन नेम और वेबसाइट को नई वेबसाइट के साथ नहीं जोड़े जाने की वजह से गूगल सर्च पर जाने वाले लोगों के लिए भ्रम की स्थिति बन गई थी।

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अधिकारियों की ओर से इस बड़ी लापरवाही की खबर सामने आने के बाद दक्षिणी दिल्ली के महापौर मुकेश सूर्यान ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी। इसके पश्चात अधिकारियों ने महापौर को भी बरगलाने की कोशिश की थी। लेकिन उनकी ओर से सख्ती किये जाने के बाद अधिकारियों ने नई वेबसाइट और पुरानी वेबसाइट्स के लिंक्स में सुधार करते हुए दोनों को एक साथ जोड़ दिया है। गूगल सर्च के माध्यम से एमसीडी ऑनलाइन जीओवी वाली पुरानी साइट के लिंक पर जाने पर भी नई साइट से जोड़ दिया जाता है।

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कुछ निगम अधिकारियों को इसी लापरवाही और बाद में सुधार किये जाने की घटना कोई अपने आपमें पहली नहीं है। इससे पहले कुछ निगम अधिकारियों की लापरवाही या फिर कहें कि भ्रष्टाचार की वजह से दो वर्ष पूर्व ही पुराने मानकों के ट्रकों की खरीदारी कर ली गई थी। मामला कोर्ट में पहुंचने के पश्चात इनका ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में रजिस्ट्रेशन हो सका था। इसके अलावा पिछले दिनों ही नजफगढ़ जोन के एक स्टोर में हजारों की संख्या में सफाई कर्मचारियों की वर्दियां पाई गई थीं, जिन्हें सही साइज का नहीं होने की वजह से बांटा ही नहीं गया था।