फतेहपुरी के ‘काके दी हट्टी’ पर हुए अवैध निर्माण को सील करने का नोटिस… A2Z NEWS की खबर का असर

-नगर निगम ने बुक की प्रॉपर्टी संख्याः 653, ओनर अजय जैन को जारी किया शो-कॉज नोटिस
-नगर निगम ने माना होटल के सैकिंड एवं थर्ड फ्लोर पर हुई ‘एंटायर इल्लीगल कंस्ट्रक्शन’

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सिटी-सदर पहाड़गंज जोन में आने वाले खारी बावली इलाके के फतेहपुरी क्षेत्र के एक होटल में हुए बड़े स्तर पर अवैध निर्माण के खिलाफ जोन के अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। अवैध निर्माण को सील करने के लिए निगम की ओर से ‘शो-कॉज नोटिस’ जारी किया गया है। एटूजैड न्यूज की खबर का असर दिखाई देने लगा है। मीडिया में खबरें आने के बाद पुरानी दिल्ली के फतेहपुरी क्षेत्र में चर्चमिशन रोड पर स्थित ‘काके दी हट्टी’ के ऊपर रातोंरात दो मंजिल के ऊपर खड़े किये गये दो और नये मंजिल के अवैध निर्माण को निगम अधिकारियों ने अवैध निर्माण के तहत बुक कर लिया है।

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इस अवैध निर्माण के खिलाफ संपत्ति के ओनर/बिल्डर को नगर निगम की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बता दें कि इस संपत्ति पर हुए बड़े स्तर पर अवैध निर्माण की खबर को एटूजैड न्यूज ने प्रमुखता से प्रसारित किया था। मीडिया में खबर आने के पश्चात उसी दिन सिटी-सदर पहाड़गंज जोन की उपायुक्त शशांक आला ने बिल्डर माफिया को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। दिल्ली नगर निगम अधिनियम की धारा 345-ए एवं 491 के तहत अजय जैन के नाम से जारी किये गये नोटिस में कहा गया है कि वह नोटिस मिलने के तीन दिन के अंदर स्पष्ट करें कि उनके इस दो मंजिल के अवैध निर्माण को नगर निगम द्वारा सील क्यों नहीं किया जायं?

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गौरतलब है कि निगम अधिकारियों ने माना है कि चर्चमिशन रोड पर स्थित संपत्ति संख्याः 653 (काके दी हट्टी नामक बिल्डिंग) में दूसरी और तीसरी मंजिल पर बनाई गये पूरे के पूरे निर्माण को अवैध पाया है। यहां यह जान लेना भी जरूरी है कि इस बिल्डिंग में फर्स्ट फ्लोर की हालत बहुत ज्यादा दयनीय है। इस अवैध निर्माण के शुरू होते ही स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत निगम अधिकारियों के साथ अन्य एजेंसियों को भी की थी। इसके बावजूद पुरानी दिल्ली में सक्रिय बिल्डर माफिया ने इस संपत्ति के ऊपर धड़ाधड़ दो और नई मंजिलों का निर्माण कर डाला। नगर निगम के स्थानीय अधिकारियों ने इसके खिलाफ अपनी फाइलों में तो कार्रवाई की, लेकिन हकीकत में कोई कार्रवाई तब तक शुरू नहीं की, जब तक कि यह मामला मीडिया में नहीं आ गया।

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गौरतलब है कि करोलबाग, सिविल लाइंस, सिटी-सदर पहाड़गंज और केशवपुरम जोन में लंबे समय से अवैध निर्माण जारी है। बताया जा रहा है कि नगर निगम के कुछ अधिकारियों-कुछ सियासी नेताओं और बिल्डर्स की मिलीभगत से माफियाराज जारी है। हाल ही में करोलबाग जोन में ऐसे कई मामले सामने आये हैं, जिनमें कुछ मॉल्स और शॉपिंग कॉम्पलेक्स वर्षों से निगम अधिकारियों के कागजों में सील चल रहे थे, लेकिन वास्तव में उन कॉम्पलेक्स में करोड़ों का कारोबार जारी था। इसी तरह की इल्लीगल कंस्ट्रक्शन चर्चमिशन रोड स्थित संपत्ति संख्या 653 में की गई है। ताकि यहां दुकानें बनाकर अरबों रूपये की कमाई की जा सके। बताया जा रहा है कि इस इलाके में बड़े स्तर पर और भी संपत्तियों में निगम अधिकारियों की सरपरस्ती में अवैध निर्माण जारी है।