-शुक्रवार 17 सितंबर को सूर्य का कन्या राशि में प्रवेश
आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्ली
शुक्रवार 17 सितंबर को सूर्य कन्या राशि में गोचर कर रहे हैं। इसे कन्या संक्रांति कहा जाता है। हिन्दू धर्म में संक्रांति पर्व का विशेष महत्व होता है। इस दिन सूर्य देव की आराधना करने का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य आत्मा, पिता, राज्य, मान-सम्मान, नेत्र और राजनीति का कारक होने के साथ-साथ स्वास्थ्य व आरोग्य प्रदान करता है। सूर्य देव 17 सिंतबर 2021 को दोपहर 1 बजकर 2 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश कर रहे हैं।
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कन्या संक्रांति तिथि स्नान, दान आदि धार्मिक कार्यों के लिए बेहद लाभदायक मानी गई है। पितरों की आत्मा की शांति के लिए इस दिन पूजा करना फायदेमंद माना गया है। कन्या संक्रांति पर विश्वकर्मा पूजन भी किया जाता है, जिस वजह से इस तिथि का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। ज्योतिष विज्ञान में सूर्य जब एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहते हैं।
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ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक कन्या संक्रांति चार राशियों के जातकों के लिए विशेष महत्वपूर्ण है। इनमें मेष, मिथुन, तुला और मकर राशियां शामिल है। इस दौरान मेष राशि के जातकों को शत्रुओं से सावधान रहना होगा। मिथुन राशि के जातकों के सुखों में कमी आ सकती है और मन में नकारात्मक विचार आ सकते हैं। तुला राशि के जातकों को धन के लेन-देन में सावधानी बरतनी होगी तो वहीं मकर राशि के जातकों को अपनी सेहत का विशेष खयाल रखना होगा। सूर्य के कन्या राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर कुछ इस तरह का असर रहेगाः-
मेषः मेष राशि वालों के लिए सूर्य का यह गोचर अच्छा रहेगा, क्योंकि आप अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त करेंगे और अपने कार्यों में सफल होंगे। कार्यक्षेत्र में चीजें बहुत अच्छी रहेंगी, यदि किसी तरह की दिक्कत थी तो वह भी इस दौरान दूर हो जाएगी।
वृषभः इस अवधि के दौरान कुछ समस्याएं होने की संभावना है और यह आपके लिए बहुत अनुकूल समय नहीं होगा। कुछ कठिनाइयों का सामना आपको करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में आप अपने वरिष्ठों के साथ कुछ मुद्दों को लेकर उलझ सकते हैं और आपके वरिष्ठों के साथ आपके संबंध तनावपूर्ण हो सकते हैं।
मिथुनः यह गोचर किसी भी पारिवारिक मुद्दे को हल करने और यदि आवश्यक हो तो एक खुली चर्चा करने का एक अच्छा समय प्रदान करेगा। यदि आपकी शिक्षा में कोई रुकावट आयी थी और अब आप वापस पढ़ाई शुरू करना चाहते हैं तो यह ग्रह परिवर्तन आपके लिए अच्छी खबर लेकर आ सकता है।
कर्कः आपके साहस-पराक्रम, भाई-बहनों और छोटी यात्राओं के तृतीय भाव में होगा। इस गोचर के दौरान आपको अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं, क्योंकि आपमें साहस और पराक्रम की अधिकता होगी और आप अपने पेशेवर जीवन को गति प्रदान करेंगे। आपके संचार कौशल और दूसरों को समझाने की क्षमता आपको नए संबंध बनाने में मदद करेगी।
सिंहः आपको अचानक धन लाभ होगा। आप सट्टेबाजी और जोखिम भरे काम से भी पैसा कमा सकते हैं। खासकर सिंह राशि के उन जातकों को इस दौरान सफलता मिलेगी, जिसकी कुंडली में सूर्य अनुकूल अवस्था में है। आपके संचार कौशल में सुधार होने की संभावना है।
कन्याः इस दौरान वित्तीय मोर्चे के लिए सूर्य का यह गोचर आपके लिए अच्छा नहीं रहेगा। इस गोचर के दौरान आपको लाभ कमाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, इससे आपकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। इस राशि के कारोबारियों की बात की जाए तो आपको भी लाभदायक सौदे प्राप्त करने में कुछ परेशानियां आ सकती हैं।
तुलाः सूर्य का यह गोचर आपके विदेशी लाभ, आध्यात्मिकता और व्यय के भाव में हो रहा है। यह समय आपके लिए औसत साबित होगा। इस दौरान आपको लंबी अवधि की परियोजनाओं को पूरा करने का मौका देगी। इस दौरान समाज से थोड़ा दूरी बना सकते हैं। यह गोचर आपकी शिक्षा में समस्याएं पैदा कर सकता है और आपको ध्यान केंद्रित करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
वृश्चिकः आपके आय, लाभ और इच्छा के ग्यारहवें घर में यह गोचर हो रहा है। सूर्य का यह गोचर आपके लिए अनुकूल साबित होगा, क्योंकि आपका सामाजिक दायरा इस दौरान मजबूत होगा, जिससे आपको कार्यक्षेत्र में लाभ मिलेगा। आप इस गोचर के दौरान सफलता और प्रसिद्धि पाएंगे और उचित माध्यम से धन प्राप्त करेंगे।
धनुः आपके करियर, नाम और प्रसिद्धि के दसवें घर में यह गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपको अपने कार्यस्थल पर आपकी कड़ी मेहनत और आपके द्वारा किए गए प्रयासों का अच्छा फल प्राप्त होगा। आपको नौकरी के मोर्चे पर विकास और प्रगति के अवसर मिलने की संभावना है और पदोन्नति के भी योग हैं।
मकरः अवधि के दौरान इस राशि के जातकों को बहुत सावधान रहना होगा। क्योंकि आपके किसी विश्वासपात्र व्यक्ति द्वारा इस दौरान आपको धोखा दिया जा सकता है, इसलिए सतर्क रहें. इस गोचर के दौरान आपके साथ धोखाधड़ी होने की संभावना बहुत अधिक है।
कुंभः इस गोचर को अचानक हांनि/ लाभ और मृत्यु का भाव कहा जाता है। इस गोचर के दौरान इस राशि के जातकों को अपने करियर और व्यक्तिगत जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यावसायिक जीवन में इस राशि के जातकों को अपने वरिष्ठों का सहयोग प्राप्त नहीं होगा और साथ ही आप कार्यक्षेत्र की आंतरिक राजनीति में शामिल हो सकते हैं।
मीनः इस गोचर के दौरान मीन राशि के जातक अपने विरोधियों के कारण कुछ कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं और आप अपना अधिकांश समय दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में बिता सकते हैं। आपके जीवनसाथी और अन्य लोगों के साथ संबंध भी इस दौरान बहुत अच्छे नहीं कहे जा सकते। जीवनसाथी के साथ अहम के टकराव की उच्च संभावना है।