-फंड का रोना रो रहे सत्ताधारी नेता, अरबों की अवैध कमाई कर रहा पार्किंग माफिया
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
नगर निगम में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी के नेता भले ही केजरीवाल सरकार को कोसने के लिए फंड का रोना रोते रहें, लेकिन नगर निगम के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। कुछ नेताओं के आंखें मूंद लेने और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से नगर निगम के हिस्से का यह अरबों रूपया पार्किंग माफिया की जेब में जा रहा है। पार्किंग क मामले में माफिया ने खुली लूट मचा रखी है। पिछले दिनों फ्री किये गये पार्किंग स्थलों पर माफिया द्वारा अवैध वसूली की शिकायतें आई थीं, अब पार्किंग माफिया का नया कारनामा सामने आया है।
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मामला सदर बाजार की स्लाटर हाउस पार्किंग से जुड़ा है। इस पार्किंग में हर एंट्री पर कार वालों से 50 रूपये वसूले जा रहे हैं। यह उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सिटी-सदर पहाड़गंज जोन का इलाका है और यह पार्किंग ईदगाह व सदर बाजार के बीच स्लाटर हाउस की जगह पर बनायी गई है। पार्किंग माफिया का राज इस तरह काबिज है कि यहां के अटेंडेंट ज्यादा चार्ज वसूली पर पूछे जाने पर सीधे मुंह जवाब तक देने को तैयार नहीं हैं। खास बात है कि पार्किंग के नाम पर तो मोटी वसूली की जा रही है, लेकिन राजस्व के नाम पर नगर निगम को अरबों रूपये का चूना लगाया जा रहा है।
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पार्किंग माफिया की सीनाजोरी इतनी कि पार्किंग के लिए दी जाने वाली पर्चियों पर भी प्रति एंट्री 50 रूपये लिखकर दिया जा रहा है। जबकि नियमानुसार नगर निगम की कार पार्किंग में कोई भी ठेकेदार प्रति एंट्री पर कार वालों से 20 रूपये और दो पहिया वाहन वालों से 10 रूपये ही वसूल सकता है। इसके पश्चात हर घंटे कार वालों से 10 रूपये और दो पहिया वाहन वालों से 5 रूपये प्रति घंटा ही वसूले जा सकते हैं। कार वालों से 5 घंटे के लिए अधिकतम 50 रूपये वसूले जा सकते हैं।
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लेकिन पार्किंग माफिया को किसी का डर नहीं है, यहां खुलेआम प्रति एंट्री 50 रूपये की वसूली की जा रही है। एक ओर नगर निगम लगातार आर्थिक तंगी झेल रहा है और दूसरी ओर पार्किंग माफिया अपनी जेबें भर रहा है। नियमानुसार हर पार्किंग ठेकेदार को अपनी पार्किंग के एंट्री गेट पर ठेकेदार का नाम, संपर्क का नंबर, पार्किंग की दरें और पार्किंग के टोटल एरिया का बोर्ड लगाना जरूरी होता है। लेकिन यहां एमसीडी ऑथराइज्ड पार्किंग का बोर्ड तो है लेकिन इसके ऊपर पार्किंग ठेकेदार का नाम, पार्किंग चार्ज और अन्य कोई भी जानकारी का बोर्ड ही नहीं लगाया गया। यहां यह बताना भी जरूरी है कि पार्किंग ठेकेदार की जिम्मेदारी होती है कि वह पार्किंग स्थल को साफ-सुथरा और गाड़ियों के लिए समतल रखे। लेकिन यहां इन नियमों की भी खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पूरे पार्किंग एरिया में जगह-जगह गंदगी फैली हुई है, जलभराव हो रहा है और पूरी पार्किंग ऊबड़-खाबड़ है।
होगी कार्रवाईः
उत्तरी दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा है कि यह मामला उनके संज्ञान में आ गया है। इस तरह की अवैध वसूली को बरदाश्त नहीं किया जायेगा। पार्किंग ठेकेदारों को नियम से ही सारे काम करने होंगे। नियमों को नहीं मानने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।