शालीमार बाग में बनेगा 1430 बेड की क्षमता का अस्पताल

-मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रखी नींव, हर बेड पर होगी आईसीयू की सुविधा

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
शालीमार बाग में 275 करोड़ रुपए की लागत से 1430 बेड की क्षमता वाला अस्पताल बनेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को शालीमार बाग में अस्पताल की नींव रखी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह पूरे विश्व में एक रिकॉर्ड होगा कि दिल्ली सरकार अगले छह महीने के अंदर 6800 बेड क्षमता वाले सात नए सरकारी हॉस्पिटल बनाकर तैयार कर लेगी। उन्होंने कहा कि पहले एक समान्य बेड बनाने पर एक करोड़ रुपए की लागत आती थी, लेकिन अब एक आईसीयू बेड बनाने पर केवल 20 लाख रुपए खर्च होते हैं। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसा सिस्टम बनाने जा रहे हैं, जिसके तहत दिल्ली के हर एक नागरिक का अपना हेल्थ कार्ड होगा और उसमें उसके हेल्थ की सारी जानकारी होगी।

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शालीमार बाग हॉस्पिटल की आधारशिला रखने पहुंचे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दिल्ली के अलग-अलग इलाके में इस तरह के सात नए अस्पताल बनाए जाने हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि किस फ्लोर पर मरीजों को क्या-क्या सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अधिकारियों से निर्मित किए जा रहे नए हॉस्पिटल के प्लान को विस्तार से समझा। इस दौरान हवन यज्ञ भी किया गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधि विधान से संपन्न हवन यज्ञ में शामिल हुए और इसके बाद उन्होंने शिला पट्ट का अनावरण किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, क्षेत्रीय विधायक बंदना जैन, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्ली के अंदर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की जो सुविधाएं हैं, वह आज पूरे देश में सरकारी महकमे के अस्पतालों में सबसे अच्छी सुविधाएं दिल्ली में है। अब इसको हमें विश्वस्तरीय बनाना है। आने वाले समय में हम हेल्थ इंफार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एचआईएमएस) लागू करने जा रहे हैं। अगले एक-डेढ़ साल के अंदर एक-एक दिल्ली के नागरिक के हाथ अपना हेल्थ कार्ड होगा। चाहे वह गरीब हो या अमीर हो, उसके हेल्थ का पूरा डेटा कंप्यूटर पर होगा। उसे कोई पर्ची वगैरह लेकर नहीं जाना पड़ेगा। वह किसी भी अस्पताल में जाएगा, उसकी बचपन से आजतक जितनी भी पुरानी एक्सरे रिपोर्ट है, वह सब डेटा कंप्यूटर पर होगा। लोगों की अस्पताल में लंबी-लंबी लाइनें लगनी बंद हो जाएंगी। आप कंप्यूटर या एप पर डॉक्टर से मिलने का समय लेंगे। डॉक्टर मिलने का समय देगा और उसके दिए समय पर आप अस्पताल पहुंच जाइए। आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी, आप सीधे डॉक्टर के पास जाएंगे और डॉक्टर आपका इंतजार करता हुआ मिलेगा। जिसके हाथ में हेल्थ कार्ड होगा, उसका पूरा इलाज फ्री होगा और उसको अपनी चिंता करने की जरूरत नहीं रहेगी।