राजधानी में बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार ने कमर कस ली है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए शुक्रवार 12 नवंबर से एंटी डस्ट अभियान के दूसरे चरण का आगाज करते हुए प्रदूषण के खिलाफ मुहिम चालू कर दी है। यह अभियान 1 महीना यानी 12 नवंबर से 12 दिसंबर तक चलेगा।
बताते चलें की 7 अक्टूबर 2021को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण के विरुद्ध जंग छेड़ते हुए एंटी डस्ट अभियान शुरू किया था। जिसके तहत निर्माण साइट पर निर्माण संबंधी नियमों को लागू करने पर बल दिया गया था। साथ ही नियमों का पालन नहीं करने पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के दिशा निर्देशों के मुताबिक 10 हजार से लेकर 5 लाख तक का जुर्माना तय किया गया। निगरानी के लिए 31टीमों का गठन किया गया, जिसमें डीपीसीसी की 25 व ग्रीन मार्शल की 14 टीमें तैनात की गई थी।
शुक्रवार को कड़कड़डूमा में एनबीसीसी के प्रोजेक्ट का दौरा करते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल ने कहा कि वैसे तो यहां काफी मानदंडों का पालन हो रहा है लेकिन कुछ इलाकों में डस्ट का इंतजाम नहीं है जिसकी वजह से एनबीसीसी के ऊपर 5 लाख का जुर्माना लगाया जा गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर लगातार चारों तरफ पराली जलाने से प्रदूषण और भी ज़्यादा बढ़ता जा रहा है। गोपाल राय ने बताया कि अभी तक आए आंकड़ों के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश को मिलाकर 45000 जगहों पर पराली फायर हुआ है। उस पर हवा के बदलते रुख से दिल्ली का प्रदूषण लेवल और भी ज़्यादा बढ़ रहा है। दिल्ली में 25 विभागों को एंटी डस्ट सेल बनाने के लिए निर्देश दिया गया है। पर्यावरण मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले अभियान में डीपीसीसी की टीम ने लगभग 2500 साइट्स का निरीक्षण किया था। जिसमें से 450 साइट्स को नियमों का उल्लंघन करने पर 1 करोड़ 30 लाख का जुर्माना पड़ा।