-यूपी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 48 करोड़ की सालाना आय बंद
-दशकों से पूर्वांचल में आतंक का पर्याय बने मुख्तार पर कार्रवाई
एसएस ब्यूरो/ लखनऊ
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने बाहुबलियों पर शिकंजा कसना तेज कर दिया है। यूपी पुलिस ने पूर्वांचल में दशकों से आतंक का पर्याय बने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह के आर्थिक साम्राज्य पर गहरी चोट की है। अब तक की कार्रवाई में मुख्तार गिरोह की सालाना 48 करोड़ रुपये की आय बंद की जा चुकी है। पुलिस की कार्रवाई जारी है और मुख्तार के गुर्गों पर शिकंजा कसता जा रहा है।
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पुलिस ने वाराणसी जोन के अलग-अलग जिलों में प्रतिबंधित मछली के कारोबार, स्टोरेज, गिरोह बनाकर वसूली, कोयला कारोबार, बूचड़खाना समेत अन्य अवैध धंधों पर अंकुश लगाकर तगड़ी चोट दी है। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक मुख्तार गैंग को मछली कारोबार से ही करीब 33 करोड़ रुपये की सालाना आमदनी होती थी। बाकी आय दूसरे अवैध कार्यों से होती थी।
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मुख्तार अंसारी के इन्हीं धंधों से पूरा गैंग संचालित होता रहा है। एडीजी कार्यालय से भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार मुख्तार की शह पर गाजीपुर, मऊ व आजगमढ़ में कब्जाई गई 120 करोड़ रुपये की संपत्ति अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई है। यूपी पुलिस और प्रशासन लगातार माफियाओं के खिलाफ कार्रवाईर जारी रखे हुए है।
वाराणसी समेत मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर व जोन के अन्य जिलों में लोगों की गिरफ्तारियां की गई हैं। जो सीधे मुख्तार के लिए अवैध काम करते पाये गये। ऐसे 100 लोग गिरफ्तार हुए हैं। इनमें 78 बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्तार से जुड़े कई बदमाशों की संपत्तियों पर बुलडोजर भी चलाया गया है।
आठ ठेकेदार ब्लैक लिस्ट
बता दें कि दबदबे के चलते मुख्तार के नजदीकियों को सरकारी ठेके आसानी से मिल जाते थे। उन ठेकेदारों के काम की गुणवत्ता भी बेहद खराब बताई जा रही है। प्रशासन ने ऐसे आठ ठेकेदारों को चिन्हित कर इनका चरित्र प्रमाणपत्र रद्द करा दिया गया है। अब वे सभी ठेकेदार सरकारी ठेके नहीं ले पाएंगे।
जब्त किये गए 81 असलहे
मुख्तार अंसारी के करीबियों ने खुद पर दर्ज मुकदमों को छिपाकर असलहों के लाइसेंस ले रखे थे। लेकिन पुलिस ने ऐसे लोगों के 81 असलहों के लाइसेंस को रद्द करा दिया है। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमे भी दर्ज किये हैं।
120 करोड़ की संपत्तियां कब्जा मुक्तः एडीजी
वाराणसी जोन के एडीजी बृजभूषण ने बताया कि मुख्तार व उसके करीबियों की 48 करोड़ की सालाना आय बंद की गई है। 120 करोड़ की संपत्तियां इनके कब्जे से मुक्त कराते हुए अवैध कार्य में संलिप्त करीबियों पर कार्रवाई जारी है। पूर्वांचल में दशकों से अपराध का पर्याय बने इस गिरोह पर शिकंजा कसने लगा है।