“मांझी की जुबान काटने वाले को दूंगा 11 लाख”

-मांझी ने की थी ब्राह्मणों के खिलाफ टिप्पणी

-हम के प्रवक्ता रिजवान ने दिया जवाब

हेमा शर्मा/नई दिल्ली
हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ब्राह्मणों के खिलाफ की गई विवादास्पद टिप्पणी की वजह से विवादों में घिर आए है।हालाँकि अपने इन अपशब्दों पर उन्होंने माफ़ी मांग ली है लेकिन फिर भी बिहार की राजनीति में आया बवाल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। उनके इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता गजेंद्र झा ने कहा है कि जो ब्राह्मण का बेटा मांझी की ज़ुबान काट कर लाएगा वो उसे 11 लाख रुपये इनाम देंगे।
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बता दें कि 19 दिसंबर को जीतन राम मांझी ने अपने समाज को संबोधित करते हुए ब्राह्मणों के लिए ‘हरामी’ शब्द का प्रयोग किया था। हालांकि उन्होंने अपने इस शब्द के इस्तेमाल पर बाद में माफी भी मांगी और सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने ये शब्द अपने समाज के लिए इस्तेमाल किया था। उनके इस बयान पर बीजेपी नेता गजेंद्र झा ने भी पलटवार करते हुए कहा कि ‘यदि कोई ब्राह्मण का बेटा मांझी की जीभ काट कर लाएगा तो उसे इनाम के तौर पर 11 लाख रुपये देंगे साथ ही जिंदगी भर उसका भरण-पोषण करेंगे। बीजेपी नेता ने मांझी को मानसिक तौर पर बीमार बताते हुए कहा की वो अपनी संवेदनाओं को खो चुके है।
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भाजपा नेता के इस बयान पर चुप ना रहते हुए मांझी की पार्टी (हम) के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने भी बीजेपी को चेतावनी देते हुए बयान दिया है कि “मांझी जी के ऊपर भाजपा के नेताओं के द्वारा लगातार अभद्र टिप्पणी की जा रही है।भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी के गजेंद्र झा ने कहा है कि मांझी की ज़ुबान काट लेंगे, किसकी माँ ने दूध पिलाया है जो जीतन राम मांझी की ज़ुबान काट लेगा, क्या ये दलितों का अपमान नहीं।अपनी जुबान को विराम ना देते हुए रिजवान बोले कि जब मांझी ने अपने इस बयान पर खेद प्रकट करते हुए माफी मांग ली तो फिर इस पर राजनीति क्यों की जा रही है।