22 जून को शुक्र का कर्क में प्रवेश… चार राशियों के लिए प्रमोशन के साथ धन लाभ के योग

-17 जुलाई तक कर्क राशि में ही रहेगा शुक्र का गोचर
-बृषभ में बुध व राहु, मिथुन में सूर्य, कर्क में जमे हुए मंगल
-यहां जानें शुक्र देव को मनाने के उपाय

आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्ली
मंगलवार 22 जून 2021 को असुरों के गुरू शुक्र देव अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार शुक्र को भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शोहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य, रोमांस, काम-वासना और फैशन-डिजाइनिंग आदि का कारक ग्रह माना जाता है। शुक्र, वृष और तुला राशि के स्वामी हैं और मीन इनकी उच्च राशि है, जबकि कन्या इनकी नीच राशि है। शुक्र के शुभ होने पर व्यक्ति को जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। 22 जून मंगलवार, 2021 को शुक्र दोपहर 2 बजकर 7 मिनट पर मिथुन राशि में से निकल कर कर्क राशि में गोचर करेंगे। शुक्र 22 जून से 17 जुलाई तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे।

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फिलहाल ग्रहों की स्थिति की बात करें तो वृषभ राशि में बुध और राहु हैं। यहां बुध वक्री अवस्था में हैं। मिथुन राशि में सूर्य हैं। कर्क राशि में नीच के मंगल हैं। वृश्चिक राशि में केतु हैं। वक्री शनि मकर राशि में हैं। गुरु अतिगामी होकर कुंभ राशि में विराजमान हैं। ऐसे में कर्क राशि में गोचर करते ही शुक्र की युति मंगल के साथ होगी, जो कि फिलहाल नीच की अवस्था में हैं।

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खगोल विज्ञान के अनुसार सोमवार 21 जून 2021 को निर्जला एकादशी के दिन इस वर्ष का सबसे बड़ा दिन होगा और इसी दिन सबसे छोटी रात है। इस दिन सूर्य कर्क रेखा पर आते हैं। जिससे कर्क रेखा के नजदीकी जगहों पर दोपहर में कुछ देर के लिए परछाई नहीं दिखाई देती। यानी ठीक 180 डिग्री पर रहते हैं। इसके ठीक एक दिन बाद यानी मंगलवार 22 जून को शुक्र के राशि परिवर्तन से देश के आर्थिक हालातों में सुधार हो सकता है। शुक्र के इस राशि परिवर्तन से बीमारियां बढ़ सकती हैं। महंगाई भी बढ़ सकती है। शुक्र की चाल में बदलाव होने से लोगों में आपसी विवाद और तनाव की स्थित भी बनेंगी। शुक्र के राशि परिवर्तन के दिन ही सूर्य नक्षत्र बदलकर आर्द्रा में प्रवेश कर जाएंगे। विशेष बात यह है कि कर्क चंद्र ग्रह की राशि है और शुक्र चंद्र ग्रह को अपना शत्रु मानते हैं। शास्त्रों में इंद्र को शुक्र ग्रह का देवता भी बताया गया है। शुक्र एक जल तत्व ग्रह है। इसका क्षेत्र दक्षिण पूर्व दिशा माना गया है। इसका रंग श्वेत और किशोर अवस्था का प्रतीक और इसकी सवारी अश्व है।

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शुक्र के इस राशि परिवर्तन से मेष, मिथुन, बृश्चिक और मकर राशि वालों के लिए ज्यादा शुभ रहने वाला है और विभिन्न ग्रहों की अलग अलग राशियों में स्थिति के अनुसार सभी 12 राशियों के जातकों को इस तरह के परिणाम देखने को मिलेंगे।
मेषः शुक्र का गोचर आपके चतुर्थ भाव में हो रहा है। चतुर्थ भाव आराम, माता और सुख-सुविधाओं का कारक है। शुक्र के गोचर के दौरान आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। करियर में आप ऊंचाइयां प्राप्त करेंगे। कार्यक्षेत्र में बदलाव भी हो सकता है। मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का राशि परिवर्तन किसी वरदान से कम नहीं है। धन-लाभ होने के योग बन रहे हैं। पारिवारिक जीवन में खुशियों का अनुभव करेंगे। जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करेंगे। नौकरी और व्यापार में तरक्की के योग भी बन रहे हैं। स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
वृषभः शुक्र का गोचर आपके लिए शुभ फलकारी साबित हो सकता है। गोचर के प्रभाव से आपके साहस में वृद्धि होगी। आपके द्वारा लिए गए निर्णय सराहनीय होंगे। परिजनों से मतभेद हो सकते हैं। इस अवधि में धर्म-कर्म के कार्यों में रुचि बढ़ेगी। किसी धार्मिक यात्रा पर जाना हो सकता है। विदेश संबंधी कार्यों में सफलता मिलेगी।
मिथुनः शुक्र का गोचर आपके द्वितीय भाव में होगा। यह भाव वाणी, धन और परिवार का कारक माना जाता है। इस दौरान आप परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे। निवेश में मुनाफा हो सकता है। आमदनी में बढ़ोतरी होने के प्रबल योग बनेंगे। शुक्र के गोचर के दौरान यात्राओं का योग बन सकता है। शुक्र का कर्क राशि में प्रवेश मिथुन राशि के जातकों के लिए शुभ कहा जा सकता है। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। लेन-देन और निवेश के लिए ये समय किसी वरदान से कम नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय शुभ है। वैवाहिक जीवन में सुख का अनुभव करेंगे। सेहत अच्छी रहेगी।
कर्कः इस अवधि में आपको मिलेजुले परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। मन में किसी चीज को लेकर बेचैनी रह सकती है। सफलता के लिए अपने लक्ष्य पर ध्यान देना होगा। आपकी सोची समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होंगी और कोई भी नया कार्य आरंभ करना हो अथवा अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो अवसर अनुकूल रहेगा। शादी-विवाह संबंधित वार्ता सफल रहेगी। ससुराल पक्ष से भी सहयोग मिलेगा।
सिंहः इस अवधि में आपके खर्चे बढ़ेंगे। इस दौरान भोग-विलास की कीमती वस्तुओं में धन खर्च होगा। इस अवधि में आपको अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा। अत्यधिक यात्रा के कारण थकान का अनुभव कर सकते हैं। इस अवधि में आपके गुप्त शत्रु बढ़ सकते हैं। कोर्ट कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत हैं। ननिहाल पक्ष से भी सहयोग की उम्मीद कर सकते हैं।
कन्याः इस अवधि में आपको आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है। एक से अधिक स्रोतों से धन प्राप्ति हो सकती है। किसी प्रकार के व्यापार को शुरू करने के लिए समय अनुकूल रहेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा बहुत दिनों का दिया गया धन वापस आने की उम्मीद है। संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी। नए प्रेम प्रसंग बन सकते हैं। हालांकि इसमें सावधानी बरतना भी लाजमी होगा।
तुलाः आपको कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलेगी। गोचर के शुभ प्रभाव से आपकी नौकरी में पदोन्नति होने की संभावना है। सरकारी कामकाज में सफलता मिलेगी। शासन सत्ता का पूर्ण उपयोग करें। चुनाव संबंधी कोई निर्णय भी लेना चाह रहे हों तो अवसर अच्छा है लाभ उठाएं। मित्रों अथवा संबंधियों से सहयोग प्राप्त होगा। इस अवधि में आपके भौतिक सुखों में भी वृद्धि होगी।
वृश्चिकः वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र गोचर शुभ परिणाम लेकर आएगा। शुक्र के गोचर के दौरान नए कार्य की शुरुआत करना उत्तम रहेगा। करियर के क्षेत्र में अच्छे अवसर मिलेगें। व्यापारियों को मुनाफे के योग बनेंगे। इस दौरान सेहत का ध्यान रखें। मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र का राशि परिवर्तन शुभ रहने वाला है। नौकरी और व्यापार के लिए ये समय किसी वरदान से कम नहीं है। धन- लाभ होगा, जिससे आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय अच्छा है। परिवार के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करेंगे। दांपत्य जीवन में सुख का अनुभव करेंगे।
धनुः आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। हृदय और पेट संबंधी तंत्रों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। यही योग आपको मान सम्मान भी दिलाएगा। आपके विरोधी नीचा दिखाने की पूरी कोशिश करेंगे, इसलिए कार्यक्षेत्र में झगड़े विवाद से बचें, बेहतर रहेगा कि काम निपटाने और सीधे घर आए। आकस्मिक धन प्राप्ति के योग एवं उधार दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है।
मकरः शुक्र का गोचर आपके सातवें भाव में हो रहा है। यह भाव विवाह और भागीदारी का कारक माना जाता है। शुक्र गोचर के दौरान नौकरी पेशा करने वालों के जीवन में अनुकूल बदलाव हो सकते हैं। प्रमोशन मिलने की भी उम्मीद है। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। छात्रों का मन पढ़ाई से उचट सकता है। मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र का कर्क राशि में प्रवेश शुभ कहा जा सकता है। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। निवेश करने के लिए समय अच्छा है। नौकरी और व्यापार में लाभ होगा। कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे।
कुंभः इस अवधि में आपको अपने शत्रुओं से सावधान रहने की आवश्यकता होगी। उनके द्वारा रचाए गए षड्यंत्रों से दूर रहें। वहीं आपके अपने ही लोग आपको नीचा दिखाने की पूरी कोशिश करेंगे। अपनी सेहत की देखभाल करें। यदि कोर्ट कचहरी के मामले चल रहे हैं तो उन्हें कोर्ट से बाहर ही सुलझा लें। अनैतिक कार्यों से दूर रहें।
मीनः इस अवधि में आपको भाग्य का साथ मिलेगा। धर्म-कर्म के कार्य में आप रूचि लेंगे। कार्यक्षेत्र में आपको हर काम में सफलता हासिल हो सकती है। अगर आप कुछ नया सीखना चाहते हैं तो वह भी आसानी से सीख सकते हैं। आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने में सफल होंगे। नौकरी पेशा लोगों को कार्यक्षेत्र में कुछ अच्छे समाचार सुनने को मिल सकते हैं। धर्म-कर्म के कार्य में सफलता मिल सकती है।
शुक्र देव से अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए निम्न मंत्रों का पाठ करना चाहिएः-
-ओम द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः
-ॐ शुं शुक्राय नमः
-ॐ हृं श्रीं शुक्राय नमः
शुक्र देव को मनाने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखते हुए यह उपाय करने चाहिएः-
-महिलाओं को सम्मान और आदर देना चाहिए
-धोखा नहीं देना चाहिए
-दांपत्य जीवन को मधुर बनाना चाहिए
-भगवान परशुराम की पूजा करें
-दुर्गा सप्तशती का पाठ करें