UP: नगर पालिका अध्यक्ष के घर चल रहा था बूचड़खाना… पुलिस की छापेमारी में हुआ खुलासा

-गोकशी केस में दो दारोगा समेत आठ पुलिसकर्मी लाइन हाजिर, कार्रवाई शुरू
-अपने घर में अवैध रूप से गोकशी करवा रहा था समाजवादी पार्टी का नेता

एसएस ब्यूरो/ बिजनौर
इसे सियासी हनक कहें या फिर कानून को खिलौना बनाकर खेलने की आदत? कि एक नगर पालिका अध्यक्ष अपने घर पर खुलेआम गोकशी करवा रहा था। लेकिन जब इसकी भनक प्रशासन को लगी तो छापेमारी में एक-एक बात का खुलासा हो गया। मामला उत्तर प्रदेश के बिजनौर का है। यहां समाजवादी पार्टी का एक नेता और नगर पालिका का अध्यक्ष अवैध रूप से अपने घर में बूचड़खाना चला रहा था। फिलहाल नगर पालिका का चेयरमैन फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

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उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पकड़ मेंं आए इस गोकशी कांड में अब तक दो दरोगा समेत आठ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इन्हें सस्पेंड करने की कार्रवाई भी शुरू की गई है। बता दें कि कीरतपुर नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल मन्नान के घेर में हो रही गोकशी मामले में सूचना संकलन के लिए पुलिसकर्मियों को लापरवाह मानते हुए एसपी ने कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दिये हैं।
शुक्रवार 18 सितंबर को देर रात एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने लापरवाही बरतने, कर्तव्य का पालन न करने, अभिसूचना संकलन में विफल रहने के चलते आठ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। किरतपुर से नरेश पाल कस्बा इंचार्ज, एसआई इरशाद अली, कास्टेबल संदीप, प्रवेश, योगेश, अमित, जितेन्द्र, पंकज को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर जांच शुरू कर दी गई है।

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बता दें कि शुक्रवार को ही सपा नेता और कीरतपुर नगर पालिकाध्यक्ष के घेर में किरतपुर, नांगल व नजीबाबाद पुलिस ने सीओ नजीबाबाद के नेतृत्व में छापेमारी कर गोकशी पकड़ी थी। पुलिस ने मौके से मोहम्मद हारून, तारिक, ताजिर, तालिब, मोहम्मद आमिर व मोहम्मद शानू को चेयरमैन किरतपुर अब्दुल मन्नान के बाग से 12 जीवित पशु (गाय-भैंस), गोवंश अवशेष, गोकशी के उपकरण तथा अवैध असलहा सहित गिरफ्तार किया था।

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बताया जा रहा है कि अब्दुल मन्नान द्वारा अवैध गोकशी का धंधा लंबे समय से चलाया जा रहा था। लेकिन उसकी सियासी हनक के सामने काई भी उसके खिलाफ मुंह नहीं खोल पा रहा था। अब्दुल मन्नान समाजवादी पार्टी का नेता है और उसके संबंध पार्टी के कई बड़े नेताओं के साथ हैं। यही कारण है कि स्थानीय पुलिस के साथ उसकी मिलीभगत की वजह से यदि कोई उसके खिलाफ शिकायत भी करता था तो पुलिस उसे बचाए रखती थी। लेकिन मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद मन्नान के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है।
पुलिस कार्रवाई के बाद से फरार
पुलिस कार्रवाई में अपने धंधे की पोल खुलने के बाद से ही पालिकाध्यक्ष अब्दुल मन्नान समेत चार आरोपी फरार हैं। पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि दो दरोगा समेत आठ पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। जांच में दोषी पाए जाने पर सभी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।