फिर सामने आई पार्किंग के ठेकों में बड़े घोटाले की बात

-नहीं की गई ईटेंडरिंग में हिस्सा लेने वाली कंपनियों के जीएसटी रजिस्ट्रेशन की जांच
-अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर नगर निगम को चूना लगा रहा पार्किंग माफिया!
-पीएम मोदी के दरबार में पहुंची आर्थिक रूप से तंगहाल निगम को बचाने की गुहार

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
एक ओर नगर निगमों के 13 हजार करोड़ के बकाये की उगाही को लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच तलवारें खिंची हैं। दूसरी ओर पार्कंग माफिया लाभकारी परियोजना विभाग (आरपी सेल) के कुछ अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके नगर निगम को करोड़ों रूपये का चूना लगाने में जुटा है। ताजा मामला उत्तरी दिल्ली नगर निगम में पार्किंग के नये ठेकों को लेकर सामने आया है।

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अब यह मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दरबार में पहुंच गया है। शिकायत में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कुछ अधिकारियों पर पार्किंग माफिया के साथ मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिकायत के मुताबिक ईटेंडरिंग में हिस्सा लेने के लिए संबंधित कंपनी, फर्म या ठेकेदार के पास जीएसटी रजिस्ट्रेशन का होना जरूरी है। इसी के मुताबिक टेंडरिंग में हिस्सा लेने वालों ने अपने जीएसटी रजिस्ट्रेशन के कागजात भी लगाए हैं। लेकिन इनमें से ज्यादातर कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराए गये जीएसटी नंबर वर्तमान में चालू ही नहीं हैं। आरोप है कि गलत जीएसटी नंबरों के साथ पार्किंग के ठेके लेने की कोशिश की जा रही है।

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पीएम सहित निगम आयुक्त और अन्य आला अधिकारियों को भेजी गयी शिकायत में यह आरोप भी लगाया गया है कि आरपी सेल के कुछ अधिकारियों ने पार्किंग माफिया के साथ मिलीभगत करके मोटी रकम वसूल ली है और इन जीएसटी रजिस्ट्रेशन का वैरीफिकेशन तक नहीं किया और नाही ईटेंडरिंग में हिस्सा लेने वाली कंपनियों से उनकी जीएसटी की ताजा रिटर्न मांगी गई है। यदि आवेदन करने वाली कंपनियों, फर्मो या ठेकेदारों से जीएसटी की ताजा रिटर्न मांग ली गई तो टेंडरिंग प्रक्रिया में चल रहे घोटाले का खुलासा हो जाएगा।
बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने 9 अक्टूबर, 2020 को अपनी 47 पार्किंगों की नये सिरे से ई-टेंडरिंग की प्रक्रिया श्ुरू की थी। इनमें ज्यादातर महत्वपूर्ण पार्किंग स्थल हैं, जिनसे नगर निगम को मोटी आमदनी होने की उम्मीद है। लेकिन ताजा मामला सामने आने के बाद ईटेंडरिंग की प्रक्रिया पर सवालिया निशान लग गये हैं। ऐसे में नगर निगम की आमदनी में इजाफा होने की उम्मीद टूट गई है।
उठने लगे सवाल, घिर सकती है बीजेपी
दिल्ली के तीनों नगर निगमों पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है। इस समय दिल्ली सरकार में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सियासी तलवारें खिंची हुई हैं बीते 12 दिन से तीनों महापौर कुछ बीजेपी नेता मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर धरना दिये हुए हैं। ऐसे में बीजेपी की सत्ता वाले नगर निगम में पार्किंग के ठेकों में घोटाले की बात सामने आने के बाद बीजेपी बैकफुट पर आ सकती है और बीजेपी की सारी राजनीति पर पानी फिर सकता है।
ये हैं ईटेंडरिंग में शामिल पार्किंग स्थलः
1. ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी, मॉल रोड
2. एमवीआईडी, एमसीडी हॉस्पिटल, धीरपुर
3. ट्रक पार्किंग, तिमारपूर
4. हिंदू राव हॉस्पिटल
5. अरूणा आसफअली हॉस्पिटल
6. कोटला रोड, बाल भवन
7. एलआईसी बिल्डिंग से स्टॉक एक्सचेंज
8. निकल्सन रोड, कश्मीरी गेट
9. करमपुरा कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स
10. कवर्ड ड्रेन रमेश नगर, नई साइट
11. नारायणा गांव, ओपन एमसीडी लेंड
12. इन फ्रंट ऑफ प्लॉट नं. 25-26, राजेंद्रा प्लेस
13. लोकल शॉपिंग सेंटर, राजेंद्र नगर
14. इनकम टैक्स ऑफिस, झंडेवालान
15. लॉट-बी, राजेंद्र प्लेस
16. मल्टी लेबल पार्किंग, आर्य नगर
17. जीवन माला हॉस्पिटल
18. नीयर संत लोंगोवाल टॉवर, राजेंद्र प्लेस
19. बेसमेंट, राजेंद्र प्लेस
20. केंपा कोला फैक्ट्री, नजफगढ़ रोड
21. आर्य समाज रोड-1, करोलबाग
22. गुरूद्वारा रोड, करोलबाग
23. झील, प्रसाद नगर
24. मिलन सिनेमा एंड एमसीडी शॉप
25. इन फ्रंट ऑफ शॉप नं. 17-19, राजेंद्र प्लेस
26. मल्टीलेबल पार्किंग, सतभ्रावां रोड, करोलबाग
27. कीर्ति नगर, मार्बल मार्केट
28. डीपी ब्लॉक, पीतमपुरा
29. मेन मार्केट, मॉडल टाउन-2
30. वर्धमान सिटी, सिंधोरा कलां
31. नीयर सुंदरलाल जैन हॉस्पिटल, अशोक विहार
32. ए-2, कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स, प्रतीक अपार्टमेंट, पश्चिम विहार
33. ए-2, एकता आपार्टमेंट, पश्चिम विहार
34. जोनल ऑफिस, ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी, वजीरपुर
35. ज्वालाहेड़ी मार्केट, कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स
36. मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग
37. पीएचसी, कंझावला विलेज, सी-35
38. अपोजिट प्राइमरी स्कूल, खेड़ा खुर्द
39. लेंड ऑफ एम एंड सीडब्लू सेंटर, बवाना
40. एमसीडी प्लॉट, रामदेव चौक
41. सरोज हॉस्पिटल एंड रूकमणी देवी इंस्टीट्यूट
42. रेलवे रिजर्वेशन सेंटर, रोहिणी, सेक्टर-15
43. एमसीडी ऑटो वर्कशॉप, मंगोलपुरी
44. डिस्ट्रक सेंटर रोहिणी, सेक्टर-10
45. रोहिणी सेक्टर-15 ड्रेन ऑन वन साइड
46. एवरबेक रेस्टोरेंट-प्रभूदयाल स्कूल, शालीमार बाग
47. वाई ब्लॉक, लोहा मंडी