नगर निगम को लाखों का चूना… गोदाम में सड़ गई सफाई कर्मियों की वर्दियां

-नजफगढ़ जोन कार्यालय में बीते तीन साल से धूल फांक रहीं वर्दियां
-साइज लिखा कुछ और लेकिन निकलीं किसी दूसरे साइज की

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
एक और दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नेता फंड नहीं देने को लेकर दिल्ली की केजरीवाल सरकार को रोजाना कोसते हैं, दूसरी ओर अपनी सत्ता वाले नगर निगमों को सही ढंग से चला पाने में खुद ही असमर्थ हैं। नगर निगम को लाखों रूपये की चपत लगाये जाने का मामला सामने आया है। मामला दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से जुड़ा है, लाखों रूपये की यह वर्दियां नजफगढ़ जोन के गोदाम में पिछले तीन-चार साल से धूल फांक रही हैं। जबकि इन वर्दियों को तभी सफाई कर्मचारियों को दिया जाना था।
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बता दें कि तीनों नगर निगमों द्वारा अपने सफाई कर्मचारियों को हर साल वर्दियां दिये जाने का प्रावधान है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने तीन-चार साल पूर्व अपने कर्मचारियों को देने के लिए वर्दियां मगाई थीं। लेकिन यह वर्दियां निगम के पास तो आ गईं लेकिन इन्हें सफाई कर्मचारियों को बांटा नहीं गया था। बताया जा रहा है कि इन वर्दियों पर जो साइज लिखा है, उस साइज की नहीं होकर बहुत ही छोटी-बड़ी हैं। जिसकी वजह से इन्हें कर्मचारियों को बांटा नहीं जा सका था।
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इसके बाद अधिकारियों की यह जिम्मेदारी बनती थी कि उसी समय इन्हें वापस करवाकर दूसरी वर्दियां मंगाकर कर्मचारियों को दी जातीं। लेकिन ना तो संबंधित अधिकारियों और ना ही सत्ताधारी दल के नेताओं इन्हें वापस करवाकर दूसरी वर्दियां मंगाने की कोशिश की। यहां तक कि सत्ताधारी बीजेपी के नेता संबंधित कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई तक कर पाने में अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं।
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अजीब विडंबना है कि एक ओर नगर निगम गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। निगम अपने कर्मचारियों को समय से वेतन तक नहीं दे पा रहे हैं। बार-बार कोर्ट को वेतन के मामले में संज्ञान लेना पड़ रहा है। दूसरी ओर सत्ताधारी दल बीजेपी के नेताओं और निगम अधिकारियों की संवेदनहीनता की वजह से नगर निगमों को बड़े स्तर पर चूना लगाया जा रहा है।
मामला दबाने में जुटे बीजेपी नेता
मामला सामने आने के बाद प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नेता बैकफुट पर आ गये हैं और मामले को दबाने में जुट गये हैं। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में नेता सदन इंद्रजीत सहरावत ने कहा कि थोड़ी सी वर्दियां हैं, कुछ साइज में कमी की वजह से बंटने से रह गई होंगी। हालांकि खुद बीजेपी के ही एक जोन चेयरमैन ने यह मामला सोमवार को हुई सदन की बैठक में उठाया था। इस मामले में नजफगढ़ जोन के चेयरमैन सत्यपाल मलिक ने कहा कि उन्हें ‘‘जोन कार्यालय के दौरे के समय यह पता चला है कि भारी संख्या में वर्दियां पड़ी हुई हैं। अब गोदाम खुलवाकर देखा जायेगा कि कितनी संख्या में वर्दियां पड़ी हुई हैं।’’ हालांकि महापौर मुकेश सूर्यान ने कहा कि हम मामले का पता लगाकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करवायेंगे।