अस्त-व्यस्त होने वाली हैं निगम की स्वास्थ्य सेवाएं… अब डॉक्टर्स ने दी हड़ताल की धमकी!

-सेलरी मिली नहीं, पीएफ पर भी लटक गई तलवार

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्वास्थ्य सेवाएं अस्त-व्यस्त होने वाली हैं। दूसरे कर्मचारी संगठनों के साथ ही अब सीनियर डॉक्टर्स ने भी हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। नगर निगम के डॉक्टर्स के संगठन म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एसोसिएश (एमसीडीए) ने कहा है कि यदि एक सप्ताह के अंदर उनकी दो महीने की बकाया सेलरी और अन्य ड्यूज का भुगतान नहीं किया गया तो वह हड़ताल पर जा सकते हैं।

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उत्तरी दिल्ली के निगम आयुक्त को लिखे पत्र में कहा गया है कि नगर निगम डॉक्टर्स को सेलरी ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार की ओर से जारी किये गये रिवाइज्ड डीए का भुगतान भी नहीं कर रहा है। डॉक्टर्स के अन्य ड्यूज भी लंबे समय से पेंडिंग चले आ रहे हैं। ऐसे में निगम के सीनियर डॉक्टर्स के परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। यदि समस्या का जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो स्थिति खराब हो सकती है।
पीएफ भी नहीं निकाल पा रहे
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के एक अस्पताल में कार्यरत एक सीनियर डॉक्टर ने कहा कि दो महीने से डॉक्टर्स को सेलरी का भुगतान नहीं किया गया है। सितंबर-अक्टूबर के बाद अब नवंबर का महीना भी पूरा होने को है। ऐसे में डॉक्टर्स के परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसों की जरूरत है, लेकिन अपना पीएफ भी नहीं निकाल पा रहे हैं। पिछले 6 महीने से वह पीएफ निकालने की कोशिश में हैं, लेकिन नगर निगम ने कर्मचारियों के पीएफ का पैसा भी सरकारी खाते में जमा नहीं किया है।
बढ़ेगा आर्थिक संकट
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी के मुताबिक निगम का आर्थिक संकट अभी और बढ़ सकता है। आने वाले दिनों में सेलरी का संकट और गहरा सकता है। क्योंकि नगर निगम के पास अपने स्रोतों से राजस्व आने की ज्यादा उम्मीद नहीं है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार से मिलने वाले फंड पर ही अब सेलरी ज्यादा निर्भर कर रही है। लेकिन वह पैसा भी अब दिसंबर माह के अंत तक ही आयेगा। खास बात है कि तब तक नगर निगम पर सेलरी का दबाव और ज्यादा बढ़ जायेगा।