-जांच एजेंसियों की रिपोर्ट में मुख्य साजिशकर्ता है ताहिर
-पैसे के लेन-देन की जानकारी जुटाएगा प्रवर्तन निदेशालय
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
दिल्ली दंगों के पीछे मुख्य साजिशकर्ता माने जा रहे आम आदमी पार्टी (आप) से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को अदालत ने छह दिन की रिमांड पर प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) के सुपुर्द कर दिया है। ईडी ताहिर हुसैन से धनशोधन को लेकर पूछताछ करेगी। ईडी ने अदालत को बताया कि वह ताहिर हुसैन की संपति व दंगों में इसके इस्तेमाल को लेकर कई अहम जानकारी जुटाना चाहती है।
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कड़कड़डूमा अदालत में ईडी की ओर से बीते 24 अगस्त को ताहिर हुसैन को रिमांड पर लेने के लिए याचिका दाखिल की गई थी। याचिका में कहा गया था कि दंगों में ताहिर हुसैन की मुख्य भूमिका सामने आ रही है। मार्च में ही हुसैन के खिलाफ ईडी ने जांच शुरु कर दी थी। जांच में पता चला था कि ताहिर ने दंगों के लिए बहुत सारा पैसा समुदाय विशेष को वितरित कर हथियार खरीदने को कहा था।
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बता दें कि दंगों के मामले में ईडी ने आधिकारिक तौर पर पहली बार सीधे हस्तक्षेप किया है। ईडी का कहना है कि ताहिर को लेकर उन्होंने बहुत सारे ऐसे तथ्य जुटाए हैं जिसमें उसकी संलिप्तता को साबित करना आसान होगा। अब बस उसे रिमांड पर लेकर उन तथ्यों की पुष्टि करनी है।
ईडी के निदेशक की ओर से बताया गया है कि इसी साल जून के महीने में ताहिर हुसैन की बहुत सारी संपतियों पर उन्होंने छापेमारी की थी। इस छापेमारी में बहुत सारे आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए। इन दस्तावेजों से पता चल रहा है कि ताहिर के पास चल और अचल संपति बड़ी मात्रा में उपलब्ध है। लेकिन इस संपति को जुटाने का जरिया क्या है। यह ताहिर हुसैन रिमांड के दौरान बताएगा।
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ईडी की ओर से यह भी कहा गया कि पुलिस भी मान रही है कि इन दंगों का प्रायोजनकर्ता ताहिर हुसैन था। यह पता चला है कि ताहिर के पास बाहरी माध्यमों से भी पैसा आया। ईडी ने अदालत से कहा कि ऐसे तमाम सवालों के जवाब तलाशने के लिए उसे रिमांड पर लेना जरुरी है। ईडी ने इस मामले में ताहिर हुसैन को धनशोधन, जालसाजी व धोखाधड़ी समेत दस्तोवजों में जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया है।