दंगों के आरोपी ताहिर की बीवी लड़ेगी निगम चुनाव… दंगों की कालिख छुटाने की तैयारी

-आम आदमी पार्टी के बजाय निर्दलीय उतरेगी मैदान में!

शक्ति सिंह/ नई दिल्ली, 3 मार्च, 2022
साल 2020 के फरवरी महीने में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के मुख्य आरोपियों में से एक ताहिर हुसैन की बीवी इस बार नगर निगम चुनाव लड़ने की तैयारी में है। नेहरू विहार से आम आदमी पार्टी का निगम पार्षद रहा ताहिर हुसैन फिलहाल जेल में है और वहीं से अपनी पत्नी को निगम चुनाव में उतारने की तैयारी कर रहा है। बताया जा रहा है कि दंगों को ही मुख्य मुद्दा बनाकर चुनाव में उतारे जाने की तैयारी की है।

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ताहिर हुसैन की पत्नी निगम चुनाव की तैयारी में पूरी तरह से जुट गई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी तैयारी के बारे में ऐलान भी कर दिया है। जारी किये जा रहे पोस्टर्स में आम आदमी पार्टी का चुनाव चिन्ह झाड़ू या आप के किसी भी नेता को शामिल नहीं किया जा रहा है। इसके जरिये लोगों की पूरी संवेदना लेने की कोशिश की जा रही है। दंगों का जिक्र तो नहीं किया जा रहा लेकिन इशारों-इशारों में इलाके लोगों और मतदाताओं को यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि यदि ताहिर दंगों का गुनाहगार है तो उसकी पत्नी को नहीं जिताएं और यदि वह गुनाहगार नहीं है तो उसका समर्थन करें।

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बता दें कि ताहिर हुसैन ने 2017 का निगम चुनाव आम आदमी पार्टी के टिकट पर पूर्वी दिल्ली नगर  के नेहरू विहार वार्ड संख्या 59 से लड़ा था और जीत हासिल की थी। लेकिन फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में उसकी गहरी भागीदारी सामने आई थी। कोर्ट में दायर की गई चार्जशीट में उसे दंगों का मास्टर माइंड बताया गया है। उसके घर और छत से भारी मात्रा में विस्फोटक व आगजनी का सामान बरामद किया गया था। वह मार्च 2020 से जेल में है और अदालत में मामले की सुनवाई लगातार जारी है।
आप के टिकट पर नहीं निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी
बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी ने ताहिर हुसैन की पत्नी को निगम चुनाव में समर्थन देने का मन बना लिया है। उसे आप के टिकट पर चुनाव लड़ाने के बजाय निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा जायेगा। आम आदमी पार्टी या तो नेहरू विहार सीट पर अपना उम्मीदवार ही नहीं उतारेगी, यदि उम्मीदवार उतारा जाता है तो बेहद कमजोर उतारा जायेगा या फिर उसके नामांकन में कोई कमी छोड़कर उसका पर्चा रद्द करा दिया जायेगा।
आप को हिंदू मतदाताओं के दूरी बनाने का डर
सूत्रों का कहना है कि पहले आम आदमी पार्टी के नेताओं ने ताहिर की पत्नी को आप के टिकट पर ही चुनाव लड़ाने का मन बनाया था, लेकिन अब आप नेताओं को इसकी वजह से हिंदू मतदाताओं के छिटक जाने का डर सता रहा है। क्योंकि ताहिर हुसैन अभी जेल में और उसके ऊपर दंगों का मास्टर माइंड होने का आरोप है। ऐसे में आम आदमी पार्टी उत्तरी पूर्वी और पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों से जुड़ा कोई रिश्क नहीं लेना चाहती है।