-94 विधानसभा सीटों पर ठोंका लोक जनशक्ति पार्टी ने दावा
-महागठबंधन की तरह एनडीए गठबंधन में बढ़ती जा रही रार
टीम एटूजैड/ पटना
विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान मुख्यमतंत्री नीतीश कुमार और एनडीए गठबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके चलते बिहार की सियासत में भूचाल की स्थिति बन गई है। बताया जा रहा है कि लोक जनशक्ति पार्टी ने यह दांव बिहार में अपनी सीटें बढ़ाने के लिए खेला है।
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पिछले कुछ समय से चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच लगातार अनबन की खबरें आ रही हैं। इसका कारण विधान परिषद की सीटों के बंटवारे में तालमेल का अभाव बताया जा रहा है। बिहार विधान परिषद की 12 सीटें के लिए राज्यपाल द्वारा नामित किए गए सदस्यों को लेकर भी एलजेपी की नाराजगी बढ़ी है। आने वाले दिनों में यह सीटें भरी जानी हैं। अब एलजेपी आने वाले विधानसभा चुनाव के मामले में कोई मौका नहीं चूकना चाहती है।
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विधान परिषद की दो और विधानसभा की 43 सीटों पर दावेदारी
बिहार विधान परिषद के लिए राज्यपाल द्वारा 12 सीटें नामांकन के जरिए भरा जाना है। चिराग पासवान की मांग है कि इनमें से दो सीटें लोक जनशक्ति पार्टी को दी जाएं। इसके अलावा चिराग पासवान विधानसभा चुनाव में कम से कम 43 सीटों की मांग कर रहे हैं। यही कारण है कि चिराग ने झगड़े को और आगे बढ़ाते हुए बिहार विधानसभा चुनाव में 94 सीटों पर दावा ठोक दिया है।
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अलग रास्ता अपनाने का संदेश
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एनडीए गठबंधन और नीतीश कुमार को संदेश दे दिया है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह गठबंधन से बाहर निकल कर अलग रास्ता अपना सकते हैं। चिराग पासवान ने ट्वीट करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि लोक जनशक्ति पार्टी के बिहार प्रदेश संसदीय बोर्ड की बैठक में 94 विधानसभा सीट पर बूथ लिस्ट सत्यापित कर संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी ने सौंपी है। साथ ही बाकी की 149 सीटों पर भी जल्दी सूची सत्यापित कर जमा करने की बात कही है। लोक जनशक्ति पार्टी चुनाव के लिए तैयार है।
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चुनाव कराने पर भी जताया विरोध
इसी साल अक्टूबर-नवंबर महीने में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस पर आपत्ति जताते हुए चुनाव टालने की मांग की है। आरजेडी की हां में हां मिलाते हुए चिराग पासवान ने भी महामारी के बीच चुनाव कराने को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट किया कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए उनकी तैयारी पूरी है।
बावजूद इसके हम चुनाव के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने लिखा कि कोरोना के प्रकोप से बिहार ही नहीं पूरा देश प्रभावित है। कोरोना के कारण आम आदमी के साथ साथ केंद्र व बिहार सरकार का आर्थिक बजट भी प्रभावित हुआ है। ऐसे में चुनाव से प्रदेश पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा।
चुनाव आयोग को भी चेताया
चिराग पासवान ने चुनाव आयोग को भी विधानसभा चुनाव को लेकर चेताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि चुनाव आयोग को भी इस विषय पर सोच कर निर्णय लेना चाहिए कहीं ऐसा ना हो कि चुनाव के कारण एक बड़ी आबादी को ख़तरे में झोंक दिया जाए। इस महामारी के बीच चुनाव होने पर पोलिंग पर्सेंटेज भी काफी नीचे रह सकते है जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
सता रहा वोट पर्सेंटेज गिरने का डर
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों ने कमर तो कस ली है। लेकिन उन्हें मतदान के दौरान अपना वोट पर्सेंन्टेज गिरने का डर सता रहा है। कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों में जागरूकता के चलते लोग भीड़ के चलते कम संख्या में मतदान के लिए बाहर निकलने की आशंका है। इसी डर को लेकर तेजस्वी यादव और चिराग पासवान चिंता जता रहे हैं। हालांकि बीजेपी और जेडीयू को चुनाव को लेकर पूरा भरोसा है।