बदला वर्षा जोशी का एक और फैसला… आयुष विभाग में पुराने डायरेक्टर की नियुक्ति

-नहीं छूट रहा प्रेस एंड इनफॉरमेशन विभाग से कुछ विशेष अधिकारियों का मोह

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में आला अधिकारियों द्वारा लॉकडाउन के दौरान लिए गए मनमाने फैसले एक-एक कर बदलते जा रहे हैं। पूर्व निगम आयुक्त वर्षा जोशी का एक और बड़ा फैसला बदल गया है। पूर्व निदेशक डॉक्टर चंद्रकेतु को फिर से निगम के आयुष विभाग का डायरेक्टर बनाया गया है। लेकिन कुछ आला अधिकारियों का मोह निगम के प्रेस एवं सूचना विभाग से अभी भी भंग नहीं हो पा रहा है।

यह भी पढ़ेंः- जीत कर भी हारी बीजेपी… निगम में जमकर हुई क्रास वोटिंग

बता दें कि लॉकडाउन के दौरान उत्तरी दिल्ली नगर निगम में डेपुटेशन पर आए कुछ अधिकारियों ने लॉबिंग के जरिए बड़े स्तर पर अधिकारियों के तबादले किये थे। पूर्व आयुक्त वर्षा जोशी के इन फैसलों पर तब भी बड़े सवाल उठे थे। कामकाज को लेकर हुई भारी आलोचनाओं के बाद उनका ट्रांसफर कर दिया गया था।

यह भी पढ़ेंः- BJP में नहीं थम रहा घमासान…दिलचस्प मोड़ पर नरेला जोन का चुनाव

लॉकडाउन के दौरान ही प्रेस एंड इनफॉरमेशन और आयुष विभाग के निदेशकों को भी बिना कारण हटा दिया गया था। उनमें से अब आयुष विभाग के पूर्व निदेशक डॉक्टर चंद्रकेतु को वापस उसी पोस्ट पर तैनात कर दिया गया है। इसका सीधा सा मतलब है कि वर्षा जोशी और उनके ग्रुप में शामिल अधिकारियों ने गलत फैसले लिये थे।

यह भी पढ़ेंः- SOUTH DMC: साहब मेहरबान…सीएफडब्लू से लिया जा रहा ड्राईवर का काम

अधिकारियों की मनमानी की बानगी यह भी है कि प्रेस एंड इनफॉरमेशन विभाग के निदेशक का तो कैडर ही बदल दिया गया है। उनका कैडर प्रेस एंड इनफॉरमेशन का है जबकि उन्हें प्रिंटिंग का चार्ज दिया गया है। प्रेस एंड इनफॉरमेशन विभाग का निदेशक इरा सिंघल को बनाया गया है, जो विभाग को संभाल ही नहीं पा रही हैं। एक ओर निगम में अधिकारियों की कमी है और दूसरी ओर कुछ आईएएस अधिकारी पुराने अधिकारियों के पदों पर भी कुंडली मारकर बैठ गये हैं।
नेताओं की मजबूरी
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की सत्ता में काबिज बीजेपी के नेता इन ‘लॉबिंग’ वाले अधिकारियों के गैर-कानूनी निर्णयों पर भी आपत्ति नहीं कर पा रहे हैं। जबकि नियमानुसार किसी अधिकारी का कैडर बदलकर उसे दूसरा काम नहीं दिया जा सकता। खास बात यह कि अतिरिक्त आयुक्त रश्मि सिंह और केशव पुरम जोन की उपायुक्त इरा सिंघल के पास पहले से ही करीब आधे नगर निगम की जिम्मेदारी है।