बीजेपी की पारदर्शिता पर सवाल… बिहार के दोनों डिप्टी सीएम दागी

-जिसे चार साल पहले ढूंढ रही थी बीजपी, उसे नीतीश ने बनाया मंत्री
-8वीं पास मुकेश सहनी के ऊपर दर्ज हैं 5 आपराधिक मामले
-बिहार के 57 प्रतिशत मंत्रियों के ऊपर आपराधिक व 43 प्रतिशत पर गंभीर मामले
-विवादों में शिक्षा मंत्री, मेवालाल चौधरी हैं 12.31 करोड़ की संपत्ति के मालिक

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार बनते ही भारतीय जनता पार्टी की पारदर्शिता पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। फिलहाल दो डिप्टी सीएम सहित 14 मंत्री बनाए गए हैं। आश्चर्य की बात है कि बीजेपी की ओर से बनाए गए दोनों उपमुख्यमंत्रियों के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह आंकड़े हमारे नहीं बल्कि एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्मस (एडीआर) ने जारी किये हैं।
बता दें कि बिहार सरकार के मंत्रिमंडल के 57 फीसदी मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक और 43 फीसदी मंत्रियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। चार साल पहले जिस जेडीयू विधायक को बीजपी गंभीर आपराधिक मामलों में ढूंढ रही थी, उन्हीं मेवालाल चौधरी को बिहार सरकार में अब शिक्षा मंत्री बनाया गया है। बिहार सरकार के इस नए मंत्रिमंडल में अधिकतर लोग दागी ही हैं।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार डिप्टी सीएम बनाए गए तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी के ऊपर एक-एक आपराधिक मामले दर्ज हैं। सबसे अधिक 5 केस भाजपा कोटे से मंत्री बने जीवेश कुमार के ऊपर हैं। इनमें 4 मामलों में आईपीसी की गंभीर धाराएं लगी हुई हैं। दूसरे नंबर पर वीआईपी पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी हैं। चुनाव हारने के बाद भी वे नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में शामिल हैं। 8वीं पास मुकेश सहनी के ऊपर 5 केस दर्ज हैं, इनमें 3 मामलों में आईपीसी की गंभीर धाराएं लगी हुई हैं। इनमें कई मामलों में चार्ज फ्रेम हो चुका है।
खास बात यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर भी एक मामला दर्ज है। मंत्री मेवालाल चौधरी के ऊपर आईपीसी की 420 सहित कई गंभीर धाराओं में 1 आपराधिक केस दर्ज है। हम के कोटे से मंत्री बने संतोष कुमार सुमन के ऊपर 2 और भाजपा कोटे के रामप्रीत पासवान के ऊपर एक मामला दर्ज है।
सबसे अमीर हैं आरोपी शिक्षा मंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी टीम में शामिल मंत्री काफी अमीर हैं। आपराधिक मामलों के साथ ही एडीआरने सभी मंत्रियों की संपत्ति की रिपोर्ट भी जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार सभी मंत्री करोड़पति हैं। इनकी औसत संपत्ति 3.93 करोड़ की है। मंत्री मेवालाल चौधरी के पास 12.31 करोड़ की संपत्ति है। अपराध के बाद संपत्ति के मामले में भी मुकेश सहनी दूसरे नंबर पर हैं। ये 12.11 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं। तीसरे नंबर पर पहली बार मंत्री बनीं जदयू विधायक शीला कुमारी हैं। ये 6 करोड़ से अधिक की मालकिन हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्यूटी सीएम रेणु देवी और मंत्री जीवेश कुमार तीन-तीन करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं। सबसे कम संपत्ति मंत्री अशोक चौधरी के पास है। रिपोर्ट के मुताबिक अशोक चौधरी के पास 72 लाख की ही संपत्ति है।
शिक्षा मंत्री के बहाने विपक्ष ने साधा एनडीए गठबंधन पर निशाना
महागठबंधन के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाए जाने को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति और भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों के आरोपी को शिक्षा मंत्री बनाया है। उन पर आईपीसी की धारा 409,420,467, 468,471 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज है। राज्य सरकार से सवाल पूछा कि क्या मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाकर भ्रष्टाचार करने का इनाम और लूटने की खुली छूट दी गई है। एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर तंज कसा है कि क्राइम, करप्शन व कम्यूनलिज्म की बात करते रहेंगे या उस पर अमल भी करेंगे।
लालू का सुशील मोदी पर तंजः ‘मेवा मिलते ही भूले मेवा लाल’
आरजेडी के पूर्व प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भारतीय जनता पार्टी और खास तौर पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजपी चार साल पहले जिस जेडीयू विधायक को ढूंढ रही थी। उन्हीं मेवालाल चौधरी को अब नीतीश कुमार ने राज्य का शिक्षा मंत्री बनाया है। बता दें कि चार साल पूर्व सुशील कुमार मोदी ने जेडीयू विधायक मेवा लाल को लेकर महागठबंधन सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा था। लालू प्रसाद यादव ने सुशील मोदी के पुराने ट्वीट को साझा किया है।
मेवा लाल बोलेः सामने आकर बात करें तेजस्वी
शिक्षा मंत्री डा. मेवालाल चौधरी ने कहा है कि मुझ पर लगे सारे आरोप निराधार हैं। मैं चार्जशीटेड नहीं हूं। सारा मामला कोर्ट में है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा उनको लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इल्जाम लगाने वाले जेल के अंदर हैं या जेल के मुहाने पर खड़े हैं। बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहे श्री चौधरी ने कहा कि बातें सकारात्मक होनी चाहिए। सामने राउंड टेबुल पर आकर तेजस्वी या कोई भी शिक्षा पर मुझसे जिरह करे। बिहार में कैसे क्लासरूम टीचिंग और बेहतर किया जाय, कैसे शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करें, इसके लिए क्या-क्या किया जाय, इन बिंदुओं पर सलाह दें। बताया कि वे गुरुवार को शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करेंगे।