-5 निगम वार्डों के लिए तीनों दलों ने जारी की उम्मीदवारों की सूची
– बीजेपी-आप और कांग्रेस के एक-एक उम्मीदवार दोबारा मैदान में
-दिलचस्प हुआ मुकाबला, सोमवार को नामांकन की आखिरी तारीख
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
दिल्ली नगर निगम के लिए पांच सीटों पर हो रहे उपचुनाव में तीन पूर्व विधायक मैदान में हैं और उनकी प्रतिष्ठा सीधे तौर पर दांव पर लगी है। इनके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के एक-एक उम्मीदवार दोबारा निगम पार्षद का चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस की एक चर्चित पूर्व निगम पार्षद भी एक बार फिर से चुनाव मैदान में हैं। सोमवार 8 फरवरी को नामांकन की आखिरी तारीख है। 28 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 3 मार्च, 2021 को उपचुनाव के नतीजे घोषित किये जाएंगे।
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सियासी जानकारों का कहना है कि भले ही नये चुने जाने वाले पार्षदों को केवल 8 महीने ही काम करने का मौका मिलेगा, लेकिन ये चुनाव 2022 के निगम चुनाव के लिए लिटमस टैस्ट साबित होगा। इस उपचुनाव की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आम आदमी पार्टी ने अपने दो पूर्व विधायकों को मैदान में उतार दिया है। जबकि कांग्रेस के एक पूर्व विधायक का बेटा इस चुनाव में पहली बार अपनी किस्मत आजमा रहा है।
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उत्तरी दिल्ली की रोहिणी-सी (सामान्य) सीट इस बार ज्यादा चर्चा में रहने वाली है। आम आदमी पार्टी ने यहां से अपने पूर्व विधायक राम चंदर को चुनाव मैदान में उतारा है। राम चंदर अगस्त 2017 में विधानसभा उपचुनाव जीतकर विधायक बने थे। लेकिन 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था। 8वीं पास रामचंदर फिलहाल दिल्ली सरकार के एससी/एसटी बोर्ड के सदस्य हैं। बीजेपी ने 2017 के निगम चुनाव में इसी सीट पर चुनाव लड़कर 7952 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे राकेश गोयल को दोबारा चुनावी मैदान में उतारा है।
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राहिणी-सी सीट से कांग्रेस पार्टी ने अपनी चर्चित और पूर्व निगम पार्षद मेमवती बरवाला को चुनावी मैदान में उतारा है। ज्यादा चर्चा इसलिए भी है कि उनके पति बल्देव सिंह बरवाला इसी सीट से 2017 का निगम चुनाव आम आदमी पार्टी के टिकट पर लड़े थे और 5263 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे। हालांकि 2017 के निगम चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े जयभगवान 10621 वोट लेकर चुनाव जीते थे। लेकिन वह बाद में आप में शामिल हो गए थे। कांग्रेस के अजय राणा इस सीट पर 2984 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
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पूर्वी दिल्ली की चौहान बांगर (सामान्य) सीट पर दो पूर्व विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। आम आदमी पार्टी ने अपने दूसरे पूर्व विधायक को चौहान बांगर सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। हाजी इशराक 2015 के विधानसभा चुनाव में सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र से चौधरी मतीन अहमद को हराकर विधायक बने थे। लेकिन 2020 में उनका टिकट काट दिया गया था। नगर निगम की चौहान बांगर सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इस सीट से कांग्रेस ने उनके बेटे चौधरी जुबैर अहमद को मैदान में उतारा है। बीजेपी ने इस सीट से मो. नाजिर अंसारी को चुनावी मैदान में उतारा है।
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इस सीट पर 2017 के नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी के अब्दुल रहमान 8830 वोट लेकर चुनाव जीते थे। दूसरे स्थान पर कांग्रेस के मो. जावेद बर्की रहे थे, जिन्हें 6488 वोट हासिल हुए थे। बीजेपी के सरताज अहमद को महज 289 वोट हासिल हुए थे और वह पांचवे स्थान पर रहे थे। 2655 वोट लेकर तीसरे स्थान पर एआईएमआईएम के शाहिल बेग रहे थे।
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उत्तरी दिल्ली की शालीमार बाग नॉर्थ की महिला (सामान्य) निगम सीट से आम आदमी पार्टी ने अपनी 2017 में प्रत्याशी रही सुनीता मिश्रा पर ही भरोसा जतया है। सुनीता 2017 के चुनाव में 6422 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहीं थी। जबकि 9975 वोट हासिल करते हुए बीजेपी की रेनू जाजू ने चुनाव जीता था। उनके आकस्मिक निधन के बाद यह सीट खाली हुई है। अतः बीजेपी ने सेंपैथी वोट हासिल करने के लिए रेनू जाजू की बहू सुरभि जाजू को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने इस सीट से योगेश आर्य की पत्नी ममता को टिकट दिया है। 2017 के निगम चुनाव में कांग्रेस को 3327 वोट हासिल हुए थे और पार्टी की सुनीता शर्मा तीसरे स्थान पर रहीं थीं।
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पूर्वी दिल्ली की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कल्याणपुरी सीट पर कांग्रेस ने अपने पूर्व प्रत्याशी धर्मपाल मौर्या पर एक बार फिर से भरोसा जताया है। मौर्या को 2017 के निगम चुनाव में 5355 वोट हासिल हुए थे और वह तीसरे स्थान पर रहे थे। जबकि बीजेपी ने यहां से सियाराम कनौजिया को मैदान में उतारा है। पिछली बार बीजेपी के मनोज कुमार 7386 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे। बीजेपी ने यह सीट 1 हजार से कम वोट से गंवा दी थी।
पूर्वी दिल्ली की त्रिलोकपुरी ईस्ट की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर किसी भी दल ने अपने उम्मीदवार को दोबारा नहीं आजमाया है। आम आदमी पार्टी के रोहित कुमार ने 9499 वोट हासिल कर 2017 के निगम चुनाव में यह सीट जीती थी। इसके बाद वह 2020 का चुनाव जीतकर विधायक बन गए और यह सीट खाली हो गई थी। बीजेपी के राजेश कुमार 6450 वोट लेकर दूसरे व कांग्रेस की अंजना 4510 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं थीं। बहुजन समाज पार्टी के सत्यनारायण को चौथे स्थान के लिए 3403 वोट हासिल हुए थे।
आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूचीः
क्र. वार्ड/सीट आप बीजेपी कांग्रेस
1. रोहिणी-सी राम चंदर राकेश गोयल मेमवती बरवाला
2. शालीमार बाग नॉर्थ सुनीता सुरभि जाजू ममता (पत्नी-योगेश आर्य)
3. त्रिलोकपुरी विजय कुमार ओमप्रकाश गुगरवाल बाल किशन
4. कल्याणपुरी धिरेंद्र कुमार सियाराम कनौजिया धरमपाल मौर्या
5. चौहान बांगर मो. इशराक मो. नाजिर अंसारी चौ. जुबैर अहमद