दिल्ली-एनसीआर

और जहरीली हुई दिल्ली-एनसीआर की हवा…लगेगा दो दिन का लॉकडाउन!

-सुप्रीम कोर्ट ने दी दो दिन के लॉकडाउन की सलाह 

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली,
दिल्ली में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से निजात मिलती नहीं दिख रही। आलम यह है कि अस्पतालों में सांस लेने में दिक्कत को लेकर भीड़ बढ़ती जा रही है। दिल्ली में शनिवार की सुबह कई जगहों पर एक्यूआई  499  दर्ज किया गया है, जो बहुत ही खराब श्रेणी में आता है। बिगड़ते हालातों के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को सावधान करते हुए दो दिन के लॉकडाउन लगाने सलाह भी दी है।

यह भी पढ़ेंः फिर विवाद में ए एच खान… स्थायी समिति की बैठक में फिर उठा मामला

बढ़ते प्रदूषण से बिगड़ते हालातों को देखते हुए (सीपीसीबी) ने बुजुर्गों, बच्चों, व गर्भवती महिलाओं को घर से ना निकलने की सलाह दी है। आज सुबह दिल्ली दिल्ली में जामा मस्जिद, लाल किला, व इंडिया गेट धुंध से सराबोर दिखाई दिए। सीपीसीबी ने प्रदूषण से बचने के उपायों को लेकर जानकारी साझा करते हुए कहा की जिन लोगों को नाक बहने, सांस लेने में दिक्कत और छाती में भारीपन की समस्या हो रही है वो तुरंत डॉक्टर से परामर्श ले और घर में आराम करे।सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को कहा जल्द उपाय निकालो

यह भी पढ़ेंः 15 नवंबर को होगा तुलसी विवाह… जानिए शुभ मुहूर्त और पूजन की विधि

शनिवार को प्रदूषण के के मुद्दे पर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कोई ठोस कदम उठाने को कहा। चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने कहा की ऐसे हालातों में तो लग रहा है कि घर में भी मास्क लगाकर रहने की आवश्यकता है। कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए जल्द कोई उपाय निकालने को कहा।
अब स्कूलों पर मंडराया प्रदूषण का साया

यह भी पढ़ेंः दिल्‍लीः ठेकों पर शराब खत्म… 17 नवंबर से खुलेंगे नये ठेके… महंगी होगी शराब!

हाल फिलहाल के प्रदूषण के हालात को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है की फिर से जल्द स्कूल बंद होने की एडवाइजरी जारी हो सकती है। बड़ी मुश्किलों से तो कोरोना की धीमी गति के बाद बच्चों की पढ़ाई ट्रैक पर आनी शुरू हुई थी, लेकिन अब पड़ सकती है प्रदूषण की मार। सीपीसीबी ने सलाह दी है कि जिन लोगों को आवश्यक कामों से बाहर जाना पड़ रहा है, वो घर वापस आने पर साफ पानी से 2 बार साबुन से चेहरे को साफ करे। साथ ही  गुनगुने पानी का सेवन करें  और सांस लेने में दिक्कत होने पर डॉक्टर से  परामर्श लें।

– हेमा शर्मा की रिपोर्ट