-बाहुबली सुनील राठी सहित कई माफियाओं की संपत्तियां सीज
-हिस्ट्रीशीटर इमलाख खान की 27 करोड़ की संपत्तियों पर एक्शन
-पुलिस का एक्शनः सुनील की मां और चाचाओं पर लगाया गैंगस्टर
एसएस ब्यूरो/ मेरठ
पूर्वाचल के जरायम की दुनिया के बेताज बादशाह कहे जाने वाले कुख्यात अपराधियों अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पश्चिम के बड़े अपराधी माफियाओं के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। पश्चिम यूपी में भी शासन और प्रशासन ने काली कमाई से जमा की गई क्रिमिनल्स की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई तेज कर दी हैं।
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बागपत में जेल के भीतर डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या करने के आरोपी पश्चिम के कुख्यात अपराधी सुनील राठी की रविवार 27 सितंबर को सवा करोड़ की संपति कुर्क कर ली गई। मुज़फ्फरनगर में हिस्ट्रीशीटर इमलाख खान की करीब 27 करोड़ रूपये की संपत्ति के खिलाफ योगी सरकार ने ऐक्शन लिया है।
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वेस्ट यूपी के कुख्यात माफिया और मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या करने वाले सुनील राठी पर प्रशासन ने शिकंजा कसा है। सुनील राठी के बागपत जिले के टीकरी कस्बे में स्थित तीन मकानों और एक गाड़ी को सीज कर दिया गया है। इसके लिए पुलिस अधिकारी कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे। दरअसल डीएम बागपत के आदेश पर राठी की अवैध संपत्ति को कुर्क करने के आदेश दिए थे। सुनील राठी पर हरिद्वार, दिल्ली, मेरठ और बागपत के दोघट थानों में हत्या, लूट, अपहरण, हत्या का प्रयास, धोखाधड़ी समेत अन्य मामले दर्ज हैं।
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सुनील राठी की कुर्क की गई अवैध संपत्ति की कुल कीमत करीब सवा करोड़ आंकी गई है। कुर्क कार सुनील राठी की पत्नी दीपाली के नाम पर है। पुलिस के मुताबिक सुनील राठी की मां राजबाला चौधरी जो कि नगर पालिका की अध्याक्षा है, सुनील के चाचा वीरेंद्र और विक्रम पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि हाल ही में खनन को लेकर बीजेपी विधायक ने भी सुनील राठी से जान को खतरा बताया था। हाल ही में आरएलडी नेता की हत्या भी सुनील राठी के इशारे पर किए जाने का मामला सामने आया था।
118 बीघा जमीन में बनी कॉलेज की बिल्डिंग और हॉस्पिटल
दूसरी ओर मुजफ्फरनगर कोतवाली पुलिस ने ग्राम शेरपुर निवासी हिस्ट्रीशीटर इमलाख की संपत्ति कुर्क की है। इमलाख खान रुड़की रोड स्थित चर्चित बाबा कोचिंग सेंटर के जरिये चर्चा में आया था। जहां उस पर फर्जी शैक्षणिक डिग्रियां बांटने के आरोप लगे थे। इसके बाद उस पर धोखाधड़ी और ठगी के मुकदमे दर्ज होते गए। इसके बाद उसका आपराधिक इतिहास खंगाला जाने लगा। इमलाख पर जालसाजी और धोखाधड़ी से अर्जित धन से खेती की जमीन खरीदने का आरोप है। जांच में पता लगा है कि इमलाख ने करोड़ों रुपए की लागत से एक डी फार्मा कॉलेज और चैरिटेबल हॉस्पिटल तैयार किया है।
डीएम के आदेश पर हो रहा ऐक्शन
एसएसपी ने बताया कि गिरोह बंद अधिनियम में क्राइम से कमाए धन से यह सब एकत्र करने की बात सामने आई है। एसएसपी की ओर से करोड़ों रुपए की संपत्ति को कुर्क करने की रिपोर्ट मिलने पर जिलाधिकारी ने गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत अवैध धन से एकत्र की गई संपत्ति को कुर्क करने के आदेश दिए थे। एसडीएम सदर और एएसपी ने पुलिस के साथ अब 118 बीघा जमीन के साथ उसमें बना डी फार्मा कॉलेज की बड़ी बिल्डिंग और हॉस्पिटल को कुर्क कर लिया है।
मेरठ में साढ़े चार करोड़ की अवैध संपत्ति
मेरठ पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने थाना रोहटा के ग्राम भदौड़ा में माफिया योगेश भदौड़ा के द्वारा सरकारी तालाब पर किए गए कब्जे को हटावा दिया है। ग्राम सभा के तालाब पर माफिया योगेश भदौडा ने चारदीवारी कराकर कब्जा किया हुआ था। वहां मकान बनाने की तैयारी थी। फिलहाल वहां खेती की जा रही थी। एसपी क्राइम रामअर्ज के मुताबिक शासन के निर्देश पर यह ऐक्शन लिया गया है। इस बारे में धारा 447,448 का भी मुकद्मा दर्ज किया गया हैं।