अब नहीं बेची जाएंगी नगर निगम की सरकारी जमीन… नावल्टी सिनेमा पर आलोचना के बाद बैकफुट पर बीजेपी!

-सरकारी जमीन बेचने से जुड़े 6 प्रस्ताव और पार्किंग व्यवस्था से जुड़ा एक प्रस्ताव रैफर बैक (वापस)

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
नावल्टी सिनेमा की जमीन 99 साल के पट्टे पर बेचे जाने से हुई भारी आलोचना के बाद प्रदेश भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर आ गई है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम की जमीन बेचे जाने से संबंधित 6 और पार्किंग व्यवस्था से संबंधित 1 प्रस्ताव को वापस कर दिया गया। बुधवार को हुई स्थायी समिति की बैठक में इन सभी प्रस्तावों को रैफर बैक कर दिया गया। इनमें चर्चित भूखंडों में पुरानी दिल्ली रेलवे के स्टेशन के सामने दंगल मैदान, डिलाइट सिनेमा के सामने स्थित नगर निगम की 18 दुकानें और करमपुरा स्थित संपत्ति संख्या डी-4 की संपत्तियां शामिल हैं।

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बता दें कि बुधवार 14 अक्टूबर को उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक के एजेंडा के भाग-क का प्रस्ताव संख्याः 23 दंगल मैदान की पार्किंग के सामने स्थित नगर निगम की जमीन से जुड़ा था। वहीं प्रस्ताव संख्याः 61 करोलबाग इलाके में स्मार्ट पार्किंग सेवा से संबंधित था। प्रस्ताव संख्याः 62 में दंगल मैदान के पास की सरकारी जमीन को फ्री होल्ड आधार पर दिये जाने का प्रस्ताव था, जबकि प्रस्ताव संख्या में आसफ अली रोड स्थित डिलाइट सिनेमा के सामने की 18 दुकानों के आरक्षित मूल्य को 20 फीसदी तक घटाये जाने का था।

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एजेंडा में प्रस्ताव संख्या 76 के तहत करमपुरा में स्थित नगर निगम के कॉमर्शियल प्लाट को बेचे जाने के संबंध में था। स्थायी समिति की बुधवार की बैठक में एजेंडा की आइटम संख्याः 83 के तहत संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर फेज-1 में स्थित 132 भूखंडों को 99 साल के पट्टे पर बेचे जाने का प्रस्ताव लाया गया था। वहीं एजेंडा के भाग-ग की आइटम संख्या 25 श्रद्धानंद मार्ग स्थित नगर निगम की जमीन के साइट प्लान से संबंधित था। लेकिन अब इन सभी प्रस्तावों को वापस भेज दिया गया है। अतः अब नगर निगम की सरकारी भूमि को बेचने का विचार बीजेपी नेतृत्व वाले नगर निगम ने वापस ले लिया है।
नहीं हो सकेगी नुकसान की भरपाई
बीजेपी शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नेताओं ने भले ही सरकारी जमीनों को आगे बेचने के प्रस्तावों को वापस ले लिया हो, लेकिन पिछले दिनों नावल्टी सिनेमा की जमीन को 99 साह के पट्टे पर बेचे जाने से हुई पार्टी की बदनामी की भरपाई नहीं हो सकेगी। दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में लिये गये दिशाहीन निर्णयों की वजह से पार्टी का इतना ज्यादा नुकसान हो चुका है कि आने वाले दिनों में होने वाले नगर निगम चुनावों में इसका असर देखने को मिलेगा। पार्टी के नेताओं ने आम आम आदमी पार्टी को आलोचना का इतना ज्यादा मौका दे दिया है कि अब चाहें तो भी उसकी भरपाई नहीं की जा सकती।