नॉर्थ डीएमसी के MHO कोरोना की चपेट में, हजारिका होम क्वारंटाइन!

-पिछले कई दिनों से एक निजी अस्पताल में भर्ती
-ऑफिस से छुट्टी लेकिन किसी को नहीं दिया चार्ज

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
कोरोना की रोकथाम में लगे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के म्युनिसिपल हेल्थ ऑफिसर (एमएचओ) खुद कोरोना की चपेट में आ गए हैं। सूत्रों का कहना है कि डॉक्टर अशोक रावत ने करीब एक सप्ताह पूर्व अपनी कोविड-19 की जांच कराई थी। यह रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद से वह उत्तरी दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गए हैं।
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दूसरी ओर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के ऊपर भी कोरोना का कहर टूटा है। निगम के तीन बड़े अधिकारी कोरोना पॉजिटव बताए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के एमएचओ डॉक्टर बीके हजारिका और डॉक्टर चौधरी भी संक्रमित पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारियों ने खुद को क्वारंटाइन किया हुआ है। यह आशंका इसलिए भी जतायी जा रहीं है कि दोनों ही अधिकारियों ने शुक्रवार को कमिश्नर की बैठक अटेंड नहीं की थी।

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इससे पहले दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के ही डॉक्टर ललन भी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ललन ने इलाज के बाद वापस जॉइन कर लिया है। लेकिन डॉक्टर ललन भी शुक्रवार की बैठक में शामिल नहीं थे। हालांकि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ओर से आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि डॉक्टर हज़ारिका एवं डॉक्टर चौधरी कोरोना संक्रमित नहीं हैं, वह बिल्कुल ठीकठाक हैं।
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बता दें कि डॉक्टर अशोक रावत उत्तरी दिल्ली निगम के स्वास्थ्य विभाग में फैले भ्रष्टाचार को लेकर खासे चर्चा में हैं। उन्हें एमएचओ बनाए जाने को लेकर निगम के आला अधिकारियों के ऊपर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। फिलहाल वह तबियत खराब होने की वजह से पूरे सप्ताह भर से छुट्टी पर हैं।
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नहीं आ रहे ऑफिस लेकिन किसी को नहीं दिया चार्ज
आम तौर पर किसी विभाग का मुखिया यदि छुट्टी पर होता है या ऑफिस के काम से भी बाहर जाता है तो उसकी अनुपस्थिति में किसी अन्य को चार्ज दिया जाता है। लेकिन डॉक्टर रावत के पद-मोह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने छुट्टी पर होने के बावजूद किसी अन्य अधिकारी को चार्ज नहीं दिया है।

छुट्टी पर होने के बावजूद आदेशों पर हो रहे दस्तखतऐसा लगता है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आला अधिकारी आंखें बंद करके काम कर रहे हैं। निगम के स्वास्थ्य विभाग का पूरा काम फिलहाल अतिरिक्त आयुक्त संदीप जे जेक्स के पास है। उनकी जिम्मेदारी है कि निगम का कोई भी अधिकारी अनियमितता नहीं करे। डॉक्टर अशोक रावत की कोराना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह छुट्टी पर हैं और निगम अधिकारियों की बैठकों में भी नहीं आ रहे हैं, लेकिन निगम की ओर से निकाले जाने वाली सूचनाओं पर उनके हस्ताक्षर बदस्तूर आ रहे हैं। फिर भी निगम के आला अधिकारी आंखें बंद किए इन कारनामों को देख रहे हैं।