-गंभीर आर्थिक संकट में पहुंचा नॉर्थ दिल्ली नगर निगम
-हालत के लिए जिम्मेदार बीजेपी और आप सरकारः कांग्रेस
-आप ने बीजेपी से पूछा कहां गया 18 हजार करोड़ का बजट
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम गंभीर आर्थिक संकट में फंस गया है। बीते पांच महीनों से सेलरी नहीं मिल पाने की वजह से नगर निगम के कर्मचारी भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। हालात यहां तक बिगड़ गए है कि कर्मचारियों ने सांकेतिक तौर पर रोजारा दो घंटे की हड़ताल की घोषणा कर दी है।
गुरूवार को भी निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों ने सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक दो घंटे की हड़ताल रखकर धरना दिया। गुरूवार को इन कर्मचारियों के आंदोलन का दूसरा दिन था। कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि दिन भी तीनों एम.सी.डी. की प्रमुख एसोसिएशन/यूनियनों ने कांफ्रेर्डरशन ऑफ मुनिनिसिपल कॉर्पोरशन एम्प्लाइज यूनियन्स के तत्वाधान में सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक सिविक सेंटर के ए ब्लॉक के सामने धरना दिया।
संयोजक एपी खान और कन्फेडरेशन के उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताया कि इस धरने में तीनो निगमो के कार्यरत कर्मचारियों एवम पेंशन धरियो ने हिस्सा लिया ।धरने में लगभग 500 लोग उपस्थित थे। जिसमें सभी ग्रुप ए, बी सी डी एवम पेंशनभोगी कर्मचारी जिनको कि पिछले 5 महीनों से तनख्वाह एवम पेंशन नही मिली हैं। धरने में शामिल प्रत्येक संस्था ने यह स्पष्ट कर दिया गया हैं कि वे ऐसा तब तक करते रहेंगे जब तक कि इस समस्या का कोई स्थायी हल न निकाला जाएगा।
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दूसरी ओर नगर निगम की खस्ता आर्थिक हालत को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सत्ताधारी बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल ने कहा कि निगम की इस हालत के लिए बीजेपी और आम आदमी पार्टी सरकार दोनों जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर राजनीति कर रही हैं। उन्होंने मांग की कर्मचारियों का वेतन तुरंत जारी किया जाना चाहिए।
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वहीं आम आममी पार्टी के नेता और उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा कि बीते 15 साल से बीजेपी नगर निगम की सत्ता में है। बीजेपी नेताओं के भ्रष्टाचार की वजह से निगम की हालत खराब हुई है। नगर निगम अपने संसाधनों का उपयोग नहीं कर पा रहा है। चारों तरफ भ्रष्टाचार फैला है। उन्होंने मांग की कि कर्मचारियों का वेतन तुरंत दिया जाना चाहिए।