North DMC: बीजेपी को ध्वस्त करने की तैयारी… अफसरों ने शुरू की नेतागिरी!

-विज्ञप्ति में एडीशनल कमिश्नर भिजवा रहीं स्थायी समिति अध्यक्ष से बड़े बयान
-नेताओं से ज्यादा अपने चेहरे चमकाने पर जोर, बड़े पदों की बंदरबांट जारी

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में अफसरों का एक और कारनामा सामने आया है। यहां डेपुटेशन पर आए कुछ अधिकारी अपनी नेतागिरी चमकाने पर उतर आए हैं। ये अधिकारी धीरे-धीरे निगम की सत्ता में काबिज बीजेपी नेताओं की छवि को भी खत्म करते जा रहे हैं। गंभीर चिंता का विषय तो यह है कि अगले पौने दो साल के अंदर निगम चुनाव होने हैं। ऐसे में खास तौर पर पब्लिसिटी एंड इनफॉरमेशन विभाग से जुड़े कुछ आला अधिकारियों का खुद के चेहने चमकाने का रवैया बीजेपी नेताओं को चुनाव में भारी पड़ सकता है।

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बता दें कि बीते शुक्रवार यानी 5 जून को एक संगठन द्वारा उत्तरी दिल्ली नगर निगम को सैनेटाइजर, पीपीई किट्स और दूसरे सामान भेंट किए गए थे। पहले तो संबंधित अधिकारियों ने इसे विश्व पर्यावरण दिवस के साथ जोड़ा, फिर इसके लिए दिल्ली के रोशनारा बाग में इस सामान को प्राप्त करने के लिए आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्थायी समिति अध्यक्ष जय प्रकाश के अलावा निगम में अतिरिक्त आयुक्त रश्मि सिंह और कुछ दूसरे अधिकारी शामिल हुए।

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इस प्रकरण की सबसे खास बात यह रही कि कार्यक्रम के बाद प्रचार एवं सूचना निदेशालय की ओर से भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति में स्थायी समिति अध्यक्ष का बयान छोटा और अतिरिक्त आयुक्त का बयान बड़ा बनाकर भेजा गया। इससे स्पष्ट हो जाता है कि निगम अधिकारी मुफ्त का प्रचार पाने के लिए सत्ता पक्ष के नेताओं को बौना साबित करने पर तुले हुए हैं। बता दें कि फिलहाल केशवपुरम जोन की उपायुक्त इरा सिंघल उत्तरी दिल्ली नगर निगम के प्रचार एवं सूचना निदेशालय के निदेशक का पदभार संभाल रही हैं।

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नगर निगम के सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि डेपुटेशन पर आए कुछ अधिकारी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की छवि बिगाड़ने और खुद की छवि बनाने में जुटे हैं। सबसे बड़ा सवाल है कि सैनेटाइजर, मास्क, फेस शील्ड जैसी वस्तुओं को नगर निगम को भेंट करने के लिए रोशनारा बाग में कार्यक्रम आयोजित करने की क्या जरूरत थी? जबकि इससे पहले भी विभिन्न संगठन इस तरह की वस्तुओं का दान नगर निगम को करते रहे हैं। बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने अपना चेहरा चमकाने के लिए यह आयोजन रोशनारा बाग में किया था।

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आपको बता दें कि रश्मि सिंह नई दिल्ली नगर पालिका परिषद से उत्तरी दिल्ली नगर निगम में आई हैं। यहां वह अतिरिक्त आयुक्त पद की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। निगम के बागवानी विभाग और प्रचार एवं सूचना निदेशालय उन्हीं के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। आरोप है कि निगम के नेताओं को बौना साबित करने के लिए उन्होंने अपना बयान स्थायी समिति अध्यक्ष से बड़ा बनवाया था। अतिरिक्त आयुक्त के बयान में कुछ त्रुटियां रह जाने के चलते अतिरक्ति आयुक्त और निदेशक पी एंड आई की ओर से इस प्रेस रिलीज को दोबारा भिजवाया गया था।
आपस में हो रही पदों की बंदरबांट
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में बड़े पदों की आपस में हो रही बंदरबांट पर सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के नेताओं ने भी सवाल उठाए हैं। दरअसल हाल ही में करोलबाग और सिटी सदर-पहाड़गंज जोन के दो उपायुक्तों के तबादले दिल्ली सरकार में कर दिए गए थे। इसके बाद खाली हुए महत्वपूर्ण पदों को 3 जून को जारी आदेश के मुताबिक केवल दो अधिकारियों इरा सिंघल और गोपाल को एडीशनल चार्ज के रूप में दे दिया गया है। आश्चर्य की बात है कि इन दोनों ही अधिकारियों के पास पहले से ही कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां हैं। जबकि ‘लॉबिंग वाले अधिकारियों’ ने निगम के कई अधिकारियों को उनके मूल काम पर से ही हटा रखा है। ऐसे में उत्तरी दिल्ली नगर निगम में चल रही बड़े पदों की बंदरबांट का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
नहीं संभल रहा तो सत्ता छोड़ें बीजेपी नेताः कांग्रेस
निगम अधिकारियों की मनमानी को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खविंद्र सिंह कैप्टन ने कहा बीजेपी नेताओं को निगम की सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। अधिकारी लागातार उनके पैरों के नीचे से जमीन खींचते जा रहे हैं। अपना चेहरा चमकाने और पदों की बंदरबांट में लगे अधिकारियों का ध्यान निगम को मजबूत बनाने पर नहीं है। निगम की हालत लगातार कमजोर हो रही है। नगर निगम के कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों तक को पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है। लॉबिंग में जुटे इन अधिकारियों ने निगम के कई अच्छे अधिकारियों को बिना कारण के पदों से हटा दिया और खुद कब्जा जमा लिया। इसके बावजूद बीजेपी नेता कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इन अधिकारियों ने भ्रष्ट लोगों को ऊंचे पदों पर बैठा रखा है, इस मामले में भी बीजेपी नेता कुछ नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे बीजेपी नेताओं को निगम की सत्ता तुरंत छोड़ देनी चाहिए।
निगम की छवि खराब करने में जुटे अधिकारीः आप
आम आदमी पार्टी ने पदों की बंदरबांट में लगे अधिकारियों पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्ता घनेंद्र भारद्वाज ने कहा कि डेपुटेशन पर आए कुछ अधिकारी मनमानी कर रहे हैं और निगम की छवि खराब करने में जुटे हैं। निगम को सबसे ज्यादा जरूरत आज अपने संसाधनों से राजस्व जुटाने की है। लेकिन इस पर कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा। बल्कि निगम के अधिकारी अपने चेहरे चमकाने में जुट हैं। यह तथ्य सही हैं कि निगम में अब भी कई अधिकारी ईमानदार हैं और ऐसे अधिकारियों को इन लॉबिंग वाले अफसरों ने किनारे कर दिया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि बीजेपी नेता वास्तव में इन अधिकारियों के सामने बौने साबित हो रहे हैं। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। अधिकारियों की मनमानी की वजह से दिल्ली की जनता का नुकसान हो रहा है। दूसरी ओर निगम के कर्मचारियों को तीन महीने से सेलरी नहीं मिल पा रही है।