-पीपीएपी का 1 एमएलए भी बीजेपी में शामिल
एसएस ब्यूरो/ इटा नगर
अरुणाचल प्रदेश में जनता दल (यूनाइटेड) को तगड़ा सियासी झटका लगा है। जेडीयू के छह विधायकों ने पार्टी छोड़कर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया है। वहीं पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश का भी एक विधायक पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गया है। बीजेपी में शामिल होने वाले जेडीयू विधायकों के नाम तलेम तबोह, जिक्के ताको, हयेंग मंगफी, दोर्जी वांग्डी खर्मा, डोंग्रु सियोंग्जु, कांगोंग ताकू शामिल हैं। वहीं भाजपा का दामन थामने वाले पीपीए विधायक का नाम कर्डो न्याग्योर है।
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पीपीए ने दिसंबर महीने की शुरूआत में न्याग्योर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया था। 60 सदस्यों वाली राज्य विधानसभा में 6 विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद अब जेडीयू के पास केवल एक सीट बची है। वहीं बीजेपी के 48 विधायक हो गए हैं। जबकि एनपीपी और कांग्रेस के चार-चार विधायक हैं। जिसकी वजह से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की सीट भी खाली है।
बिहार में सरकार… फिर भी एनडीए में दरार
अरुणाचल प्रदेश का यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है, जब पिछले महीने ही बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा और जेडीयू की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 125 सीटों के साथ कांटों के मुकाबले में सरकार बनाने में कामयाब रहा था। हालांकि इस चुनाव में नीतीश की अगुवाई वाले जेडीयू को काफी नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन भाजपा ने जबर्दस्त कामयाबी हासिल की थी।
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जेडीयू ने 2020 के विधानसभा चुनाव में 115 प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से 43 जीते और 72 चुनाव हार गए। दूसरी ओर सहयोगी पार्टी बीजेपी ने इस चुनाव में 110 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से बीजेपी ने 74 सीटों पर जीत हासिल की। दूसरी ओर आरजेडी की अगुवाई वाले महागठबंधन को 110 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था। इस गठबंधन में 70 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को सिर्फ 19 सीटों पर ही जीत हासिल हुई थी।